क्या श्रीलंका में प्रकृति के प्रकोप के बीच नया संकट मंडरा रहा है?
सारांश
Key Takeaways
- दितवाह तूफान से 334 लोगों की जान चली गई है।
- बाढ़ का पानी कम होने पर संक्रामक बीमारियों का खतरा है।
- चीन ने 100,000 अमेरिकी डॉलर की मदद की है।
- स्वास्थ्य मंत्रालय ने बचाव के उपाय लागू किए हैं।
- राहत कार्यों के लिए फंड को बढ़ाया गया है।
कोलंबो, 1 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। श्रीलंका में प्रकृति के प्रकोप के बीच अब एक नया संकट उत्पन्न हो रहा है। दितवाह तूफान के कारण अब तक 334 लोगों की जान चली गई है। इस बीच, श्रीलंकाई अधिकारियों ने सोमवार को चेतावनी दी है कि जब बाढ़ का पानी कम होगा, तो संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ जाएगा। अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
नेशनल डिजास्टर रिलीफ सर्विसेज सेंटर के सहायक सचिव जयतिस्सा मुनासिंघे ने कहा कि जमा हुआ पानी और कीचड़ स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले ही बचाव के उपायों को लागू करना शुरू कर दिया है।
मुनासिंघे ने बताया कि हर विभागीय सचिवालय को प्रभावित परिवारों के लिए तुरंत सहायता देने हेतु 50 मिलियन रुपये (लगभग 162,528 अमेरिकी डॉलर) जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि लोगों की सुविधाओं के लिए राहत फंड को बढ़ा दिया गया है। यह फंड बिना किसी प्रशासनिक देरी के जारी किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि सूखे राशन के लिए पहले जारी किए गए फंड के अलावा, अधिकारियों ने आवश्यकता पड़ने पर पैक किए हुए सूखे खाद्य पदार्थ बांटने के लिए भी मंजूरी दे दी है। डिजास्टर मैनेजमेंट सेंटर के ताजा आंकड़ों के अनुसार, खराब मौसम के कारण 355 श्रीलंकाई लोगों की जान गई है और 366 लोग लापता हैं।
इसके अलावा, भारत के साथ-साथ अब चीन ने भी श्रीलंका में लोगों की सहायता के लिए कदम बढ़ाया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर श्रीलंका में चीनी दूतावास ने कहा कि चीन की रेड क्रॉस सोसाइटी ने चल रहे बचाव कार्यों में मदद के लिए 100,000 अमेरिकी डॉलर की इमरजेंसी सहायता प्रदान की है। चीनी सरकार की तरफ से इमरजेंसी मदद जारी है।
चीनी दूतावास ने आगे कहा कि श्रीलंका में चीनी व्यापार और समुदाय समूहों ने भी मदद जुटाई है। चीनी चैंबर ऑफ कॉमर्स और श्रीलंका में ओवरसीज चाइनीज एसोसिएशन ने दान देने की पहल की है, जिससे प्रभावित क्षेत्रों के लिए 10 मिलियन श्रीलंकाई रुपये (लगभग 32,500 अमेरिकी डॉलर) जमा किए गए हैं।