क्या सिडनी आतंकी हमले के बाद ऑस्ट्रेलिया ने खुफिया तंत्र की समीक्षा का आदेश दिया?
सारांश
Key Takeaways
- सिडनी में आतंकी हमला 21 दिसंबर को हुआ था।
- 15 निर्दोष लोगों की जान गई।
- प्रधान मंत्री ने खुफिया एजेंसियों की समीक्षा का आदेश दिया।
- हमला इस्लामिक स्टेट से प्रेरित था।
- सुरक्षा को मज़बूत करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
सिडनी, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने रविवार को देश की खुफिया और कानून प्रवर्तन एजेंसियों की गहन समीक्षा कराने का ऐलान किया है। यह कदम सिडनी के बॉन्डी बीच पर घटित आतंकी हमले के बाद उठाया गया है, जिसमें 15 निर्दोष जीवन समाप्त हो गए थे।
ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, अल्बनीज ने कहा कि यह समीक्षा एजेंसियों के अधिकार, संगठनात्मक ढांचे, कार्यप्रणाली, और सूचना साझा करने के तरीकों का बारीकी से मूल्यांकन करेगी। इसका उद्देश्य ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों की सुरक्षा को और मज़बूत करना है।
यह समीक्षा उस सामूहिक गोलीबारी के एक सप्ताह बाद शुरू हो रही है, जो यहूदी पर्व हनुक्का के पहले दिन आयोजित कार्यक्रम को लक्ष्य बनाकर की गई थी। इस हमले में भी 15 लोगों की मृत्यु हुई थी। अधिकारियों के अनुसार, यह हमला 1996 के बाद ऑस्ट्रेलिया का सबसे घातक सामूहिक गोलीबारी था और इसे इस्लामिक स्टेट की विचारधारा से प्रेरित बताया गया।
हमले में जान गंवाने वालों की याद में रविवार को पूरे देश में ‘राष्ट्रीय चिंतन दिवस’ मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक संदेश साझा करते हुए कहा कि आतंकवादी देश को बांटने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन यह समय एकजुटता का है। उन्होंने उन प्रदर्शनों की भी निंदा की जो नफरत और विभाजन फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि आज शाम 6:47 बजे, देश आतंकवादी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक मिनट का मौन रखेगा और मोमबत्तियाँ जलाएगा।
अल्बनीज ने कहा, "हमारे यहूदी समुदाय के लिए, दर्द अत्यधिक है। पूरे देश के लोगों के लिए, सदमा अब भी गहरा है। मैं सभी ऑस्ट्रेलियाई लोगों से अपील करता हूं कि वे हमारे साथ खोए हुए जीवन के सम्मान में और शोक संतप्त परिवारों के समर्थन में रुकें। मिलकर, हम हर रूप में यहूदी विरोधी भावना के खिलाफ लड़ेंगे।"
अधिकारियों के अनुसार, दो आरोपियों में से एक को मौके पर ही पुलिस ने मार गिराया। दूसरे आरोपी, 24 वर्षीय नवीन अकरम को हिरासत में लिया गया है और उस पर 59 आरोप लगाए गए हैं, जिनमें हत्या के 15 मामले और एक आतंकवादी कृत्य करने से संबंधित एक मामला शामिल है।