क्या पाकिस्तान पर तालिबान का गुस्सा फूट पड़ा है?
सारांश
Key Takeaways
- पाकिस्तान अफगानिस्तान पर रहस्यमय परियोजनाएं थोपने का प्रयास कर रहा है।
- तालिबान ने काबुल में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को सुनिश्चित किया है।
- पाकिस्तान अपने पड़ोसियों के साथ लंबे समय से विवाद में है।
- भारत के साथ अफगानिस्तान के रिश्ते मजबूत हो रहे हैं।
- तालिबान ने पाकिस्तान की चिंताओं का समाधान करने के लिए कदम उठाए हैं।
काबुल, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने गुरुवार को स्थानीय मीडिया के साथ बातचीत करते हुए पाकिस्तान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान काबुल पर रहस्यमय परियोजनाएं थोपने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान आर्थिक दबाव, सीमा बंदी और राजनीतिक प्रभाव का उपयोग करके तालिबान सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहा है।
अफगानी न्यूज एजेंसी खामा प्रेस के अनुसार, काबुल में एक सभा के दौरान मुत्ताकी ने कहा कि पाकिस्तान को उम्मीद है कि तालिबान के व्यापार रूट बंद करने से अफगानिस्तान के लोग नाराज होंगे और तालिबानी शासक पर दबाव डालेंगे। हालांकि, ऐसा करने से अफगानिस्तान में कमी या अशांति नहीं हुई है। अन्य क्षेत्रों के साझेदारों ने काबुल को जरूरी सामान की सप्लाई की है।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान अपने लगभग सभी पड़ोसियों के साथ लंबे समय से विवादों में उलझा हुआ है। तालिबान ने पिछले चार वर्षों में पाकिस्तानी सरकार की चिंताओं को दूर करने के लिए कदम उठाए हैं, जिसमें वजीरिस्तानी ट्राइबल परिवारों को सीमा से हटाना और अतिरिक्त सीमा बल तैनात करना शामिल है।
मुत्ताकी ने कहा कि पाकिस्तान को उम्मीद है कि तालिबान सब कुछ देगा, जबकि इस्लामाबाद खुद अपनी आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी समस्याओं का समाधान नहीं कर पा रहा है। उन्होंने भारत के साथ अफगानिस्तान के बढ़ते रिश्तों का समर्थन किया और पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई।
पाकिस्तान को भारत और अफगानिस्तान की दोस्ती देखकर मिर्ची लग रही है। पाकिस्तान दोनों देशों के बीच के संबंधों से चिंतित है, यही कारण है कि वह लगातार यह कह रहा है कि अफगानिस्तान की सरकार भारत के इशारे पर चल रही है। हालांकि, अफगानी विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को जमकर लताड़ा है।
मुत्ताकी ने कहा, "पाकिस्तान का भारत में दूतावास है, तो अफगानिस्तान को इस हक से क्यों दूर रखा जाना चाहिए? हम भारत के साथ अपने रिश्ते मजबूत करेंगे और इसे रोकने का हक किसी को नहीं है।"
उन्होंने कहा, "हमें किसी भी देश के साथ रिश्ते बनाने का पूरा हक है।" मुत्ताकी ने इसके बाद पाकिस्तान का नाम लेते हुए उसे आईना दिखाया और कहा कि पाकिस्तान खुद भारत में राजनयिक मौजूदगी रखता है।