क्या यूएन परमाणु निगरानी अधिकारी ने तेहरान का दौरा किया और ईरानी अधिकारियों से बातचीत की?

सारांश
Key Takeaways
- ईरान और आईएईए के बीच पहली उच्चस्तरीय वार्ता।
- भविष्य में सहयोग की रूपरेखा पर चर्चा।
- ईरानी प्रतिनिधिमंडल ने आईएईए की आलोचना की।
- ईरान का परमाणु कार्यक्रम जारी रखने का संकल्प।
- संघर्ष के दौरान अमेरिका की भूमिका पर ध्यान।
तेहरान, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के परमाणु निगरानी संस्था के एक वरिष्ठ अधिकारी ने तेहरान में चर्चा की। यह बैठक ईरान द्वारा एजेंसी के साथ सहयोग निलंबित करने के बाद की गई पहली उच्चस्तरीय वार्ता थी। सरकारी मीडिया ने इसकी पुष्टि की।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के उप महानिदेशक मास्सिमो अपारो ने सोमवार को ईरान के विदेश मंत्रालय और परमाणु अथॉरिटी के अधिकारियों के साथ मुलाकात की।
उप विदेश मंत्री काजम गरीबाबादी ने आधिकारिक आईआरएनए समाचार एजेंसी को बताया कि यह चर्चा 'भविष्य में सहयोग की रूपरेखा' पर केंद्रित थी। उन्होंने आगे बताया कि दोनों पक्ष परामर्श जारी रखने पर सहमत हुए।
गरीबाबादी के अनुसार, ईरानी प्रतिनिधिमंडल ने आईएईए की आलोचना की और अपने परमाणु कार्यक्रम के संदर्भ में एजेंसी की 'त्रुटिपूर्ण प्रक्रियाओं' में सुधार की आवश्यकता को रेखांकित किया।
जून के अंत में, ईरान की संसद ने आईएईए के साथ सहयोग निलंबित कर दिया। ईरान ने उस महीने की शुरुआत में इजरायल और संयुक्त राज्य अमेरिका पर अपने परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमले और वैज्ञानिकों की हत्या का आरोप लगाया।
राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने 3 जुलाई को इजरायल के साथ 12 दिनों के युद्ध के बाद ईरान को परमाणु निगरानी संस्था के साथ सहयोग निलंबित करने का आदेश दिया था। यह आईएईए का पहला ईरान दौरा है।
इस संघर्ष में अमेरिका ने इजरायल की ओर से ईरान के प्रमुख परमाणु स्थलों पर बड़े पैमाने पर हमले भी किए।
पेजेशकियन ने पिछले महीने अल जजीरा को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि उनका देश भविष्य में इजरायल द्वारा शुरू किए जाने वाले किसी भी युद्ध के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि वह दोनों देशों के बीच युद्धविराम के बारे में आशावादी नहीं हैं। उन्होंने पुष्टि की कि तेहरान शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए अपने परमाणु कार्यक्रम को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है।