क्या यूएनजीए में जेलेंस्की ने कहा, 'अंतर्राष्ट्रीय कानून नहीं, अब हथियार तय करते हैं कि कौन बचेगा'?

सारांश
Key Takeaways
- हथियार ही सुरक्षा का प्रमुख साधन हैं।
- अंतरराष्ट्रीय कानून की प्रभावशीलता पर सवाल।
- गठबंधन और साझेदारी का महत्व।
- यूक्रेन में जारी संघर्ष।
- वैश्विक सुरक्षा पर गंभीर चिंताएँ।
न्यूयॉर्क, 24 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने सुरक्षा की गारंटी का मुद्दा उठाया। महासभा के दूसरे दिन की कार्यवाही में, जेलेंस्की ने शांति और सुरक्षा की बात करते हुए कहा कि शांति का निर्धारण अंतर्राष्ट्रीय कानून नहीं बल्कि हथियार करते हैं।
उन्होंने कहा, "आप भी उतनी ही सुरक्षा और शांति चाहते हैं जितनी आज हम (यूक्रेन) चाहते हैं। सुरक्षा की गारंटी हमारे (यूक्रेन) अलावा कोई नहीं दे सकता। केवल मजबूत गठबंधन, केवल मजबूत साझेदार और केवल हमारे अपने हथियार... 21वीं सदी अतीत से बहुत अलग नहीं है। यदि कोई राष्ट्र शांति चाहता है तो उसे अभी भी हथियारों पर काम करना होगा। अंतर्राष्ट्रीय कानून नहीं, सहयोग नहीं—बल्कि हथियार तय करते हैं कि कौन बचेगा।"
जेलेंस्की ने यह भी कहा, "फिलिस्तीन, सोमालिया और सूडान में जो कुछ हुआ उसे रोकने में कोई भी अंतरराष्ट्रीय संस्था सामने नहीं आई जिससे किसी भी आक्रमण को वास्तव में रोका जा सके।"
गाजा का जिक्र करते हुए, उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को निशाने पर लेते हुए कहा, "सूडान, सोमालिया, फिलिस्तीन या दशकों से युद्ध झेल रहे किसी भी अन्य संयुक्त राष्ट्र या वैश्विक व्यवस्था से क्या उम्मीद कर सकता है, सिर्फ बयानों और बयानों के अलावा? इतने सारे बदलावों के बाद भी, सीरिया को अपनी अर्थव्यवस्था को चौपट कर रहे प्रतिबंधों में ढील देने के लिए दुनिया से अपील करनी पड़ रही है।"
उन्होंने कहा, "मेरे देश के खिलाफ रूस का युद्ध जारी है, हर हफ्ते लोग मर रहे हैं, फिर भी युद्धविराम नहीं हो पा रहा है।"
जेलेंस्की ने पिछले साल जापोरिज्जिया बिजली संयंत्र पर रूसी हमले के परिणामस्वरूप होने वाले विकिरण के खतरे को लेकर चेतावनी दी थी, लेकिन तब से "कुछ भी नहीं बदला है।"
उन्होंने कहा, "रूस ने गोलाबारी बंद नहीं की, यहां तक कि परमाणु संयंत्र के पास के इलाकों में भी नहीं। और अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं इतनी कमजोर हैं कि यह पागलपन जारी है।"
उन्होंने पोलैंड, रोमानिया और एस्टोनिया में हाल की घटनाओं पर कहा कि "एक लंबे समय से चले आ रहे सैन्य गठबंधन (नाटो) का हिस्सा होने का मतलब यह नहीं है कि आप सुरक्षित हैं।"