क्या ट्रंप-पुतिन मुलाकात के बिना यूक्रेन को मिल पाएगी शांति?

सारांश
Key Takeaways
- यूक्रेन की भूमि को रूस को उपहार में नहीं दिया जाएगा।
- जेलेंस्की ने स्पष्ट किया कि शांति के लिए सभी को एकजुट होना होगा।
- यूक्रेन को बिना किसी समझौते में शामिल किए, कोई भी हल नहीं निकलेगा।
कीव, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रस्तावित बैठक पर अपनी स्पष्ट राय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की है। इसके साथ ही उन्होंने ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर के साथ बातचीत के बारे में भी बताया।
जेलेंस्की ने अपनी एक्स पोस्ट में लिखा, "मैंने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से बातचीत की और उनके प्रति आभार व्यक्त किया। यूक्रेन में स्थायी शांति की आवश्यकता और रूस की योजनाओं के खतरे को लेकर हमारी सोच समान है। हमें ऐसे मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत है जिन पर चर्चा करना कठिन है।"
उन्होंने आगे कहा, "हमारी और ब्रिटेन की सोच में समानता है। हमें ऐसे स्पष्ट कदम उठाने की आवश्यकता है जो शांति की दिशा में आगे बढ़ें। इसके लिए हमें अपने सभी अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है। हम यूनाइटेड किंगडम, यूनाइटेड स्टेट्स और सभी साझेदार देशों की उस प्रतिबद्धता की सराहना करते हैं, जो युद्ध समाप्त करने की दिशा में है।"
राष्ट्रपति ने कहा कि यूक्रेन सक्रिय रूप से कूटनीतिक प्रयासों को समर्थन दे रहा है।
इससे पहले, उन्होंने ट्रंप और पुतिन की प्रस्तावित मुलाकात पर अपनी राय व्यक्त की। उनका संदेश स्पष्ट था कि यूक्रेन को शामिल किए बिना किसी भी तरह का सुलहनामा संभव नहीं है और वे रूस को उपहार के रूप में अपनी भूमि नहीं दे सकते।
उन्होंने वीडियो संदेश में कहा, "जो भी निर्णय यूक्रेन के खिलाफ लिए जाएंगे या जो निर्णय हमारे बिना लिए जाएंगे, वे शांति के खिलाफ माने जाएंगे। ऐसे निर्णय न तो कुछ हासिल कर पाएंगे और न ही उनका कोई भविष्य है। असली शांति चाहिए, जिसे लोग स्वीकार करें।" राष्ट्रपति ट्रंप ने पुतिन के साथ अलास्का में बैठक की तैयारी की घोषणा की है। यह उस युद्ध से बहुत दूर है जो हमारे देश में चल रहा है, हमारे खिलाफ है, और जिसे किसी भी स्थिति में हमारे बिना समाप्त नहीं किया जा सकता।
उन्होंने आगे कहा, पुतिन ने हमारे लोगों पर विश्वास नहीं किया और इसलिए यूक्रेन पर कब्जा करने का निराशाजनक निर्णय लिया। यूक्रेनवासियों को नजरअंदाज करना उनकी सबसे बड़ी गलती थी। मुझे अपने लोगों पर विश्वास है। यूक्रेनवासियों में शक्ति है। वे अपने अधिकारों और अपनी भूमि की रक्षा कर सकते हैं।
जेलेंस्की ने दावा किया कि कई देश आज भी उनके साथ खड़े हैं। बोले, "दुनिया में बहुत से लोग इस युद्ध में यूक्रेन के साथ खड़े हैं। जो रूस के साथ हैं, वे भी जानते हैं कि रूस सही नहीं कर रहा है। हम उपहार में रूस को अपनी जमीन नहीं दे सकते। यूक्रेनी लोग शांति के हकदार हैं, लेकिन सभी साझेदारों को यह समझना होगा कि सम्मानजनक शांति क्या होती है।"
इस युद्ध का अंत जरूरी है, और इसका अंत रूस को ही करना होगा। युद्ध रूस ने शुरू किया है और हर समय सीमा को नजरअंदाज करते हुए युद्ध को लंबा खींच रहा है। यही असली समस्या है। यूक्रेनी क्षेत्रीय मुद्दे का उत्तर पहले से ही यूक्रेन के संविधान में मौजूद है। कोई भी इससे हट नहीं सकता और कोई हटने नहीं देगा। यूक्रेनवासियों ने कभी भी अपनी भूमि नहीं छोड़ी।