क्या 10 लाख दीपों से रोशन होंगे काशी के अर्धचंद्राकार घाट?

सारांश
Key Takeaways
- 10 लाख दीपों से काशी के घाटों को सजाया जाएगा।
- 5 नवंबर को देव दीपावली मनाई जाएगी।
- गाय के गोबर से बने लगभग एक लाख दीप होंगे।
- देव दीपावली पर लेजर शो और ग्रीन आतिशबाजी होगी।
- गंगा महोत्सव 1 से 4 नवंबर तक आयोजित होगा।
वाराणसी, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। योगी सरकार ने देव दीपावली को ऐतिहासिक और भव्य बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। प्रांतीय मेला के रूप में मनाए जाने वाली देव दीपावली इस वर्ष 5 नवंबर को होगी। इस अवसर पर वाराणसी के घाटों को 10 लाख से अधिक दीपों से सजाने की योजना है, जिनमें से लगभग एक लाख दीप गाय के गोबर से निर्मित होंगे।
यह कदम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। देव दीपावली के दौरान काशी के अर्धचंद्राकार घाटों की अद्वितीय छटा देखने को मिलेगी। देश-विदेश के पर्यटक इस अनुपम दृश्य का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में काशी पहुंचते हैं। इस बार देव दीपावली पर लेजर शो और ग्रीन आतिशबाजी भी आयोजित की जाएगी।
योगी सरकार और जनसहभागिता से 10 लाख से अधिक दीप घाटों, तालाबों और कुंडों पर जगमगाते नजर आएंगे। विश्वविख्यात देव दीपावली को योगी सरकार द्वारा प्रांतीय मेला घोषित किए जाने के बाद, इस बार इसे और भी भव्य रूप दिया गया है। संयुक्त निदेशक (पर्यटन) दिनेश कुमार ने बताया कि देव दीपावली पर 10.10 लाख दीपों से गंगा के घाट रोशन किए जाएंगे, जिनमें कुछ डिजाइनर दीप भी शामिल होंगे।
अतिरिक्त रूप से, घाटों की साफ-सफाई की जाएगी और गंगा किनारे के ऐतिहासिक घाटों को फसाड लाइट और इलेक्ट्रिक लाइट से सजाया जाएगा।
पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक ने कहा कि देव दीपावली से पहले 1 से 4 नवंबर तक राजघाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम "गंगा महोत्सव" का आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय कलाकारों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही चेत सिंह घाट पर लेज़र शो के माध्यम से काशी से जुड़ी धार्मिक कथाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। गंगा पार रेत पर प्रदूषण रहित ग्रीन आतिशबाजी का भी शो होगा, जो पर्यावरण संरक्षण का संदेश देगा। देव दीपावली के इस अद्भुत दृश्य को देखने के लिए बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक काशी आते हैं। देव दीपावली के दौरान होटल, गेस्ट हाउस, नाव, बोट और क्रूज सभी पूरी तरह से बुक हो जाते हैं।