क्या 20,000 प्रति एकड़ का वादा निभाएंगे, फिर केंद्र से फंड की बात करेंगे: सुनील जाखड़?

सारांश
Key Takeaways
- सुनील जाखड़ ने पंजाब सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- किसानों को 20,000 प्रति एकड़ का नकद भुगतान देने की मांग की गई है।
- सरकारी नीतियों में असंतुलन की ओर ध्यान आकर्षित किया गया है।
चंडीगढ़, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब भाजपा के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने बुधवार को चंडीगढ़ में मीडिया से बातचीत करते हुए पंजाब सरकार की नीतियों और कार्यप्रणाली पर कड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि 'आप' मंत्रियों की प्रेस कॉन्फ्रेंस की लगातार श्रृंखला से यह स्पष्ट हो रहा है कि पंजाब में एक सरकार रहित शासन चल रहा है।
जाखड़ ने कहा, "मुख्यमंत्री मान को बुलाकर पूछा जाएगा कि उन्होंने राज्य के लिए क्या ठोस काम किए हैं।" इसके साथ ही उन्होंने मुख्य सचिव द्वारा प्रस्तुत किए गए 13,989 करोड़ रुपए के विनियोजन में असंतुलन की ओर इशारा किया, जिसे संबंधित मंत्री ने भी स्वीकार किया।
उन्होंने सरकार पर कृषि और ग्रामीण विकास योजनाओं में 1,858 करोड़ रुपए की फसल क्षति को लेकर भी सवाल उठाए और कहा कि मंडी बोर्ड की करोड़ों की मांग करने की नीति बेहद अजीब रही।
मंडी बोर्ड ने पिछले 3.5 वर्षों में 500 करोड़ रुपए से सड़कों का निर्माण किया है। वहीं 2022-23 और 2023-24 में योजनाओं पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं। दो गांवों के विकास के लिए 5,000 करोड़ रुपए की मांग की गई है, जिसके स्रोत पर सवाल उठते हैं।
सीएम द्वारा 1 सितंबर को लिखी गई चिट्ठी में 60,000 करोड़ रुपए की मांग की गई। जाखड़ के अनुसार यह केजरीवाल की पसंदीदा संख्या बन चुकी है।
उन्होंने मीडिया में अरविंद केजरीवाल के 20,000 करोड़ रुपए वाले वीडियो क्लिप भी साझा किए।
एसडीआरएफ के लिए 640 करोड़ रुपए की सहायता स्वीकृत हुई है, लेकिन उन्होंने मंत्री बरिंदर कुमार गोयल से सवाल पूछा कि सूखे या बाढ़ जैसी आपदाओं के लिए क्या व्यवस्था की गई है?
जाखड़ ने मांग की कि प्रधानमंत्री पहले ही फंड देने के लिए तैयार हैं। पहले किसान को नकद 20,000 रुपए प्रति एकड़ दें, फिर देखिए हम क्या करते हैं।
खनन से आए राजस्व पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि खनन से पैसा निकल रहा है और एक-दूसरे से रिकवरी हो रही है।