क्या पीएम मत्स्य संपदा योजना से हरिद्वार के किसान की आय में वृद्धि हुई?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना ने किसानों की आय में वृद्धि की है।
- भूदेव सिंह जैसे किसानों ने पारंपरिक खेती से आधुनिक मत्स्य पालन की ओर कदम बढ़ाया है।
- योजना के अंतर्गत 1.76 लाख रुपए की सब्सिडी प्रदान की गई।
- किसानों का जीवन स्तर बेहतर हुआ है।
- यह योजना आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
नई दिल्ली, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना 10 सितंबर 2020 को आरंभ की गई थी। इससे उत्तराखंड के किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर 'द मोदी स्टोरी' पेज ने एक वीडियो साझा किया है, जिसमें बताया गया है कि 10 सितंबर 2020 को पीएम मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) की शुरूआत हुई। हरिद्वार के किसान भूदेव सिंह पहले पारंपरिक खेती से मुश्किल से गुज़ारा कर रहे थे। कोविड के दौरान उन्हें इस योजना की जानकारी मिली और उन्होंने तालाब बनाकर मत्स्य पालन प्रारंभ किया, जिससे उन्हें 1.76 लाख रुपए की सब्सिडी प्राप्त हुई।
द मोदी स्टोरी में उल्लेखित है कि पहले वर्ष में ही उनकी आय में पौने दो लाख रुपए की बढ़ोतरी हुई है। आज वे आधुनिक खेती और मत्स्य पालन के माध्यम से अपनी कमाई को दोगुना कर चुके हैं और उनका जीवनस्तर भी सुधरा है। भूदेव सिंह को वह क्षण आज भी याद है, जब उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से सीधे बात की थी, जो उनके लिए एक बड़ी प्रेरणा थी।
भूदेव सिंह ने वीडियो में कहा कि मैं पहले पारंपरिक खेती करता था, जिससे मेरी आय बहुत कम थी, जो एक परिवार के लिए पर्याप्त नहीं थी। कोविड के दौरान, मुझे अपने एक दोस्त से इस योजना के बारे में जानकारी मिली। मैंने हरिद्वार मत्स्य पालन विभाग के कार्यालय जाकर सभी जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने कहा कि तालाब खुदवाने और मछली पालन शुरू करने के बाद मुझे 1,76,000 रुपए की सब्सिडी मिली। अब मेरी आय पिछले वर्ष की तुलना में पौने दो लाख रुपए अधिक है। इससे मेरी जीवनशैली में सुधार हुआ है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मेरी वार्ता मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण थी।
भूदेव सिंह ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित होकर मैं अपनी खेती को आधुनिक तकनीकों से बदलने का प्रयास कर रहा हूं और नए तरीके से मत्स्य पालन कर रहा हूं, जिससे मैं अच्छी आय हासिल कर पा रहा हूं। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिल से धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने यह योजना शुरू की।