क्या अयोध्या दीपोत्सव 2025 मां सरयू की महाआरती की गूंज से नया इतिहास रचेगा?

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क्या अयोध्या दीपोत्सव 2025 मां सरयू की महाआरती की गूंज से नया इतिहास रचेगा?

सारांश

अयोध्या दीपोत्सव 2025 एक अद्वितीय धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन बनकर उभरेगा। मां सरयू की भव्य आरती के साथ लाखों दीयों की रोशनी, अयोध्या के आध्यात्मिक दृष्टिकोण को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का कार्य करेगी।

Key Takeaways

  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भव्य आयोजन।
  • लाखों दीयों की रोशनी से जगमगाएगा अयोध्या
  • सामूहिक आरती का नया रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य।
  • सभी वर्गों की भागीदारी को सुनिश्चित किया गया है।
  • अध्यात्म और एकता का प्रतीक।

अयोध्या, 17 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में दीपोत्सव 2025 अयोध्या को एक नई ऐतिहासिक ऊंचाई पर ले जाने के लिए तैयार है। प्रभु श्रीराम की पवित्र नगरी इस बार न केवल लाखों दीपों से रोशन होगी, बल्कि सरयू तट पर मां सरयू की भव्य आरती भी एक नई इतिहास की रचना करेगी। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में प्रशासन और सामाजिक संगठनों की संयुक्त पहल से यह आयोजन 'भक्ति, संस्कृति और सामाजिक समरसता' का अद्भुत संगम बनेगा।

महत्वपूर्ण है कि पिछले आयोजन में 1151 लोगों ने सामूहिक रूप से सरयू की आरती कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया था। इस बार, यह आयोजन उससे भी बड़ा होने जा रहा है, जो अयोध्या की आध्यात्मिक शक्ति और सामूहिक भक्ति का नया अध्याय लिखेगा।

इस भव्य आरती का आयोजन जिला प्रशासन और नगर निगम के सहयोग से किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 19 अक्टूबर को शाम 5:00 बजे आयोजित होगा। आरती स्थल को 11 जोन में विभाजित किया गया है, जहां नयाघाट से लेकर लक्ष्मण घाट तक के प्रत्येक जोन में 200 प्रतिभागियों के खड़े होकर आरती करने की व्यवस्था की गई है।

महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी ने आयोजन को भव्य और व्यवस्थित बनाने के लिए सभी प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि यह आयोजन अयोध्या की परंपरा और योगी सरकार की भावनाओं के अनुरूप होगा, जिसमें सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है।

एक दिन पहले, 17 अक्टूबर को, दोपहर 3 बजे दीपदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके साथ ही आरती का पूर्वाभ्यास भी किया गया, ताकि प्रतिभागियों की पंक्तियाँ, वेदपाठ और दीप प्रज्ज्वलन का समन्वय सुचारू और आकर्षक हो सके।

हर ओर भक्ति और उत्साह का वातावरण है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से यह आरती कार्यक्रम न केवल एक धार्मिक आयोजन होगा, बल्कि 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना का भी जीवंत उदाहरण प्रस्तुत करेगा। जब अयोध्या की पावन सरयू 21 सौ दीपों की आभा से झिलमिलाएगी, तो वह दृश्य अध्यात्म, एकता और मातृशक्ति का प्रतीक बनकर पूरे विश्व को अयोध्या की दिव्यता का संदेश देगा।

Point of View

बल्कि यह सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक भी है। यह आयोजन हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित करता है और एक सामान्य भारतीय पहचान को मजबूत करता है।
NationPress
17/10/2025

Frequently Asked Questions

अयोध्या दीपोत्सव 2025 कब होगा?
यह आयोजन 19 अक्टूबर 2025 को होगा।
आरती में कितने लोग भाग लेंगे?
इस बार 2300 लोगों के भाग लेने की उम्मीद है।
आरती का स्थान क्या है?
आरती सरयू तट पर आयोजित की जाएगी।
क्या इस आयोजन का कोई ऐतिहासिक महत्व है?
हाँ, पिछली बार के आयोजन ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था।
इस आयोजन का उद्देश्य क्या है?
यह आयोजन भक्ति, संस्कृति और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के लिए है।