क्या गणतंत्र दिवस 2026 आत्मनिर्भर भारत और ‘वंदे मातरम’ की भावना को जन-जन तक ले जाने का अभियान है?
सारांश
Key Takeaways
- गणतंत्र दिवस 2026 की प्रतियोगिताएं जन-जन तक आत्मनिर्भरता और राष्ट्रप्रेम फैलाने का कार्य करेंगी।
- प्रतिभागियों को राष्ट्रीय गौरव और संस्कृति के लिए अपने विचार प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा।
- माईगोव प्लेटफार्म पर प्रतियोगिताओं की जानकारी और भागीदारी के लिए लिंक उपलब्ध है।
- विजेताओं को नगद पुरस्कार और राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलेगी।
- यह पहल युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 26 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। गणतंत्र दिवस समारोह 2026 आत्मनिर्भर भारत और ‘वंदे मातरम’ की भावना से भरा होगा। साथ ही, इस रिपब्लिक डे का उद्देश्य इस भाव को जन-जन तक पहुँचाना है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर, रक्षा मंत्रालय ने माईगोव के सहयोग से देशवासियों, विशेषकर छात्रों, युवा कलाकारों और रचनात्मक प्रतिभाओं को इसमें शामिल किया है।
राष्ट्रप्रेम और राष्ट्रीय गौरव को व्यक्त करने का अवसर प्रदान करने के लिए चार बड़ी राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं आरंभ की गई हैं। इन प्रतियोगिताओं का लक्ष्य आत्मनिर्भर भारत, स्वतंत्रता का मंत्र, और ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्षों की प्रेरणा को जनसहभागिता के माध्यम से सशक्त बनाना है। सभी प्रतियोगिताएं माईगोव पोर्टल पर उपलब्ध हैं।
इसमें एक पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है जिसका शीर्षक है ‘समृद्धि का मंत्र: आत्मनिर्भर भारत’। प्रतियोगिता में देशभर के प्रतियोगी भाग लेंगे। इन कलाकारों को भारत के नवाचार, तकनीकी प्रगति, स्वदेशी क्षमताओं और सतत विकास की यात्रा को दर्शाने वाली रचना तैयार करनी होगी।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, श्रेष्ठ पेंटिंग्स को विशेष प्रदर्शनी में शामिल किया जाएगा। विजेताओं को आकर्षक नगद पुरस्कार और गणतंत्र दिवस परेड देखने का आमंत्रण मिलेगा। इस प्रतियोगिता में भाग लेने का लिंक माईगोव पोर्टल पर उपलब्ध है।
इसी तरह, निबंध प्रतियोगिता ‘स्वतंत्रता का मंत्र: वंदे मातरम’ पर आधारित होगी। प्रतिभागियों को ‘वंदे मातरम’ के माध्यम से स्वतंत्रता, राष्ट्रगौरव, बलिदान और एकता की भावना पर अपने विचार व्यक्त करने होंगे। उत्कृष्ट निबंध माईगोव प्लेटफार्म पर प्रकाशित किए जाएंगे। विजेताओं को पुरस्कार और राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलेगी। इस वर्ष गायन प्रतियोगिता भी आयोजित की जा रही है जिसमें ‘विभिन्न संस्करणों में वंदे मातरम’ का प्रदर्शन किया जाएगा। देश के हर संगीत प्रेमी को ‘वंदे मातरम’ का अपना स्वरूप प्रस्तुत करने का मौका दिया गया है।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस कार्यक्रम के लिए प्रतिभागी अपनी रिकॉर्डिंग अपलोड कर सकते हैं। सबसे प्रभावशाली गायन प्रस्तुतियों को पुरस्कृत किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय का कहना है कि क्विज प्रतियोगिता 1 दिसंबर 2025 से शुरू होगी। क्विज में भारत की उपलब्धियों और राष्ट्रगौरव से जुड़े चार प्रमुख विषय शामिल रहेंगे। ‘वंदे मातरम’ का 150 वर्षों का ऐतिहासिक विकास और प्रेरक यात्रा भी इसका हिस्सा है। आत्मनिर्भर भारत: स्वावलंबन की राष्ट्रीय मुहिम भी इसमें शामिल है। भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियां और खेल जगत में भारत का उभरता वैश्विक प्रभाव जैसे विषयों को भी इसमें रखा गया है। प्रतियोगिता का उद्देश्य युवाओं को देश की प्रगति और विरासत से जोड़ना है।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि गणतंत्र दिवस 2026 के कार्यक्रमों की अधिक जानकारी और अपडेट तथा गतिविधियों एवं प्रतियोगिताओं से जुड़े सभी अपडेट राष्ट्रपर्व पोर्टल और ‘राष्ट्रपर्व’ ऐप पर उपलब्ध हैं। रक्षा मंत्रालय की यह अनूठी पहल न केवल विविध प्रतिभाओं को मंच प्रदान करती है, बल्कि ‘आत्मनिर्भर भारत’, राष्ट्रभक्ति, और संविधान दिवस की भावना को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करती है।