क्या उमा भारती गंगा के लिए काम करेंगी?

सारांश
Key Takeaways
- उमा भारती का गंगा को साफ करने का संकल्प।
- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बातचीत का उल्लेख।
- गायों के पालन और गौशालाओं पर ध्यान।
- राम मंदिर का निर्माण और भाजपा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता।
- राजनीति में सक्रियता बनाए रखने का उनका इरादा।
भोपाल, 18 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने यह स्पष्ट किया है कि वे गंगा नदी से संबंधित कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेंगी। इस संबंध में उनकी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बातचीत हो चुकी है।
शुक्रवार को भोपाल में संवाददाताओं से बात करते हुए, उमा भारती ने कहा कि वे संगठनात्मक गतिविधियों से कुछ हद तक दूर हुई हैं। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें संगठन में गंगा से जुड़ी कोई जिम्मेदारी दी जाती है, तो वे उसे निभाने के लिए तैयार हैं। अगर सरकार में कोई भूमिका मिलेगी, तो वह भी स्वीकार करेंगी, अन्यथा वे निरंतर सहयोग मांगेंगी।
उन्होंने आगे कहा, "मेरा सपना पूरा हो रहा है कि नरेंद्र मोदी हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं। मध्य प्रदेश में निरंतर हमारी सरकार है। मेरा भाजपा से संबंध पानी और लहरों जैसा है। राम मंदिर का निर्माण भी हो चुका है।"
उमा भारती ने कहा कि गंगा के लिए जो सरकारी योजनाएं बनी थीं, वे लागू हो चुकी हैं। भले ही ये योजनाएं टुकड़ों-टुकड़ों में चल रही हों, फिर भी कार्य हो रहा है। इसके अतिरिक्त, गायों के पालन और गौशालाओं को बढ़ावा देने पर भी ध्यान दिया जा रहा है। मध्य प्रदेश को इस दिशा में आदर्श बनाना उनका लक्ष्य है।
हाल ही में, उमा भारती ने सोशल मीडिया पर अपने विचार साझा किए थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका हर एक शब्द सत्य है। उन्होंने कश्मीर के पहलगाम में हुई घटना और उसके बाद भारत की प्रतिक्रिया पर भी बात की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा सेना का अभिनंदन किया।
वर्तमान में, 75 वर्ष की आयु में राजनीति से संन्यास लेने की चर्चा के बीच, उमा भारती ने कहा कि वे अभी 63 वर्ष की हैं।