क्या अमृतसर में पुलिस ने एक अपराधी को मुठभेड़ में ढेर किया?
सारांश
Key Takeaways
- पुलिस ने मुठभेड़ में एक अपराधी को ढेर किया।
- दूसरा साथी भागने में सफल रहा।
- अपराधी का पुराना क्रिमिनल रिकॉर्ड था।
- पुलिस ने घटनास्थल से पिस्टल बरामद की।
- पुलिस ने पहले से चेकपॉइंट स्थापित किया था।
अमृतसर, 20 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब के अमृतसर में पुलिस ने एक अपराधी को मुठभेड़ में ढेर किया है, जबकि उसका एक साथी जान बचाकर भागने में सफल रहा। पुलिस ने घटनास्थल से दो पिस्टल बरामद कीं और आगे की कार्रवाई प्रारंभ की गई।
यह अपराधी कुछ दिन पहले जमानत पर जेल से रिहा हुआ था। सरहद के नजदीक होने के कारण पाकिस्तान से हथियारों की तस्करी के साथ उसके लिंक की भी जांच की जा रही है।
अमृतसर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने राष्ट्र प्रेस को बताया कि एंटी-गैंगस्टर ऑपरेशन सेल के इंचार्ज बलविंदर सिंह को सीक्रेट जानकारी मिली थी कि अपराधी हरजिंदर सिंह अपने एक साथी के साथ छाता इलाके में टारगेटेड किलिंग की योजना बना रहा है।
उन्होंने बताया कि सूचना के बाद लिंक रोड पर एक पुलिस चेकपॉइंट स्थापित किया गया था, जहां गाड़ियों की चेकिंग की जा रही थी। इसी बीच, हरजिंदर सिंह और उसके साथी ने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की।
कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने आगे बताया कि पुलिस टीम ने दोनों से सरेंडर करने को कहा था और चेतावनी के रूप में हवाई फायरिंग की गई, लेकिन हरजिंदर सिंह ने टीम पर गोली चलानी शुरू कर दी। वे लगातार पुलिस टीम पर फायर कर रहा था। उनकी तरफ से चार राउंड फायर किए गए। जवाबी कार्रवाई में एनकाउंटर शुरू हुआ, जिसमें पुलिस ने हरजिंदर सिंह को मार गिराया।
उन्होंने कहा कि हरजिंदर सिंह के शव को कब्जे में लिया गया है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि वह जजनगर इलाके का निवासी था और उसका पुराना क्रिमिनल रिकॉर्ड रहा है। पठानकोट और अमृतसर के विभिन्न पुलिस थानों में हरजिंदर सिंह के खिलाफ पांच मुकदमे दर्ज थे।
अधिकारी ने बताया कि हरजिंदर सिंह का साथी इस दौरान बच निकला। वह खेतों में चला गया था। हालांकि, हरजिंदर सिंह ने मरने से पहले अपने साथी के बारे में जानकारी दी थी। उसकी गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही है।