क्या आंध्र प्रदेश की कानून व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता है? : चंद्रबाबू नायडू

सारांश
Key Takeaways
- कानून व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है।
- बिना तकनीक के झूठा प्रचार शांति को भंग कर सकता है।
- अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- निवेश और विकास के लिए शांति आवश्यक है।
- राजनीतिक प्रदर्शन के नाम पर गैरकानूनी गतिविधियों की इजाजत नहीं दी जाएगी।
अमरावती, 13 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को जिला पुलिस अधीक्षकों के साथ एक समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक में उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश की कानून व्यवस्था उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, नायडू ने कहा कि कानून व्यवस्था व्यापार, रोजगार और आर्थिक विकास का आधार है। उन्होंने यह भी कहा कि कानून व्यवस्था में कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने गुटबाजी, नक्सलवाद और उपद्रव के खिलाफ अपने कड़े कदमों का उल्लेख किया और यहां तक कि अपनी पार्टी के नेताओं को भी आवश्यकता पड़ने पर गिरफ्तार करने का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इन कड़े फैसलों ने रायलसीमा और तेलंगाना में शांति स्थापित की है, जिससे हैदराबाद में निवेश संभव हो सका और ब्रांड हैदराबाद का निर्माण हुआ।
नायडू ने विवेका और सिंगय्या हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे मामलों का सावधानीपूर्वक अध्ययन करना आवश्यक है, क्योंकि ये आपराधिक राजनीति के उदाहरण हैं।
उन्होंने तकनीक आधारित जांच पर जोर दिया और बताया कि कैसे सीसीटीवी साक्ष्य संवेदनशील मामलों में सच्चाई का खुलासा करने में मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि तकनीक की अनुपस्थिति में झूठा प्रचार शांति को भंग कर सकता है। मुख्यमंत्री ने पुलिस से जनता के साथ मित्रवत व्यवहार करने, लेकिन अपराधियों के प्रति सख्त रहने और गलत सूचना, साइबर अपराध और सोशल मीडिया पर उत्पीड़न के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया।
उन्होंने प्रतिक्रिया और परिणाम मॉडल पर जोर दिया, जिससे घटनाओं पर तत्परता से प्रतिक्रिया दी जा सके, मौके पर पहुंचकर सबूत एकत्र किए जा सकें, और गलत सूचना का सामना किया जा सके। अधिकारियों को विरोध प्रदर्शन के नाम पर साजिशों को बर्दाश्त न करने की चेतावनी दी गई। उन्होंने कहा, "विपक्ष अपने कार्यक्रम आयोजित कर सकता है, लेकिन गैरकानूनी गतिविधियों की इजाजत नहीं दी जाएगी।"
मुख्यमंत्री ने 2029 में एनडीए की सत्ता में वापसी और 2047 तक भारत के विश्व में नंबर एक बनने का विश्वास व्यक्त किया और कहा कि कानून व्यवस्था विकास की रीढ़ है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से बेहतर प्रदर्शन करने का आग्रह किया।