क्या मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर अनिल विज का पलटवार सही है?

सारांश
Key Takeaways
- मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान राष्ट्रपति के प्रति अपमानजनक था।
- अनिल विज ने कहा कि सभी दलों को खड़गे का बहिष्कार करना चाहिए।
- भ्रष्टाचार और घोटाले आम आदमी पार्टी की पहचान बन गए हैं।
- प्रधानमंत्री ने आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया।
- कांग्रेस की सोच में गिरावट आ रही है।
चंडीगढ़, 8 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भाजपा के निशाने पर आ गए हैं। इस मुद्दे पर हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस पर जोरदार पलटवार किया।
अनिल विज ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, इस तरह के बयानों के बाद सभी राजनीतिक दलों को मल्लिकार्जुन खड़गे का बहिष्कार करना चाहिए। राष्ट्रपति हमारे देश के प्रथम नागरिक हैं और उन्हें सर्वोच्च सम्मान मिलना चाहिए। कांग्रेस अब गिरावट की ओर है और उनकी सोच का दिवाला निकल गया है। ये लोग राष्ट्रपति के बारे में किस प्रकार की बातें करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस आदिवासियों के प्रति नफरत रखती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाया है, जिसका स्वागत कांग्रेस को करना चाहिए था।
भाजपा ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने अपने कार्यकाल में महिलाओं के फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर 200 करोड़ के घोटाले किए। इस मुद्दे पर अनिल विज ने आम आदमी पार्टी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और घोटाले आम आदमी पार्टी की पहचान बन गए हैं। जब अन्ना हजारे के साथ थे, तब उन्होंने कहा था कि वे राजनीति को साफ करेंगे, लेकिन इन्होंने इसे और गंदा कर दिया।
इससे पहले, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति मुर्मू को 'मुरमा जी' कह दिया था। हालांकि, उन्होंने तुरंत अपनी गलती सुधारते हुए मुर्मू कहा। लेकिन इसके बाद उन्होंने कोविंद को कोविड कहकर फिर से गलती की। भाजपा ने इस बयान पर कांग्रेस का घेराव किया और तीखा हमला बोला।