क्या अंशुला कपूर की सगाई में श्रीदेवी की तस्वीर की अनुपस्थिति पारिवारिक तनाव को दर्शाती है?

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क्या अंशुला कपूर की सगाई में श्रीदेवी की तस्वीर की अनुपस्थिति पारिवारिक तनाव को दर्शाती है?

सारांश

अंशुला कपूर ने अपने लॉन्ग टाइम बॉयफ्रेंड रोहन ठक्कर से सगाई की है। इस समारोह में कपूर परिवार की हर सदस्य ने भाग लिया, लेकिन दिवंगत श्रीदेवी का नाम कहीं नहीं था। क्या यह पारिवारिक तनाव को दर्शाता है? जानें इस सगाई में क्या खास रहा।

Key Takeaways

  • अंशुला कपूर ने सगाई की, जिसमें परिवार का पूरा समर्थन था।
  • सगाई के समारोह में श्रीदेवी की अनुपस्थिति ने कई सवाल खड़े किए।
  • अर्जुन कपूर ने श्रीदेवी को मां का दर्जा नहीं दिया।
  • परिवार के सदस्यों ने एक-दूसरे का सहारा बनने की कोशिश की।
  • बोनी कपूर ने कहा कि उनके सभी बच्चे एक साथ हैं।

नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। फिल्म निर्माता और निर्देशक बोनी कपूर और दिवंगत मोना कपूर की बेटी अंशुला कपूर ने अपने लंबे समय के साथी रोहन ठक्कर से सगाई कर ली है। इस सगाई के समारोह में पूरा कपूर परिवार मौजूद रहा।

अपनी बड़ी बहन अंशुला के प्रति अर्जुन कपूर, खुशी कपूर और जाह्नवी कपूर ने खुलकर प्यार दिखाया, लेकिन परिवार की इस पहली शादी में दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी की तस्वीर को शामिल नहीं किया गया। सगाई समारोह में अंशुला ने अपनी मां मोना कपूर की एक फोटो रखी, जिसमें उनके पिता बोनी कपूर भी दिखाई दिए।

जिस कुर्सी पर अंशुला बैठी थीं, उसकी साइड की कुर्सी पर उनकी मां की तस्वीर भी नजर आई। उन्होंने सोशल मीडिया पर इस मौके की तस्वीरें साझा की और मां का प्रिय वाक्य 'रब राखा' लिखा।

यह स्पष्ट है कि अंशुला का अपनी मां के प्रति गहरा लगाव है, लेकिन यह भी ध्यान देने योग्य है कि जब पूरा कपूर परिवार मौजूद था, तब भी श्रीदेवी को उनके निधन के बाद परिवार में स्थान नहीं मिला।

श्रीदेवी के होते हुए दोनों परिवार एकजुट नहीं हो पाए। अर्जुन कपूर ने भी कभी श्रीदेवी को मां का दर्जा नहीं दिया, क्योंकि उनकी वजह से उनकी मां मोना को कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ा था।

अर्जुन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने श्रीदेवी को कभी मां नहीं माना, वे केवल उनके लिए 'मैम' थीं। वे न तो उनसे प्रेम करते थे और न ही नफरत। श्रीदेवी के निधन के बाद दोनों परिवारों को एक-दूसरे का सहारा बनते हुए देखा गया, क्योंकि जाह्नवी और खुशी दोनों ही युवा थीं।

इस दौरान अर्जुन कपूर और अंशुला कपूर ने दोनों बहनों का पूरा ध्यान रखा। फिल्म प्रमोशन के दौरान चारों बच्चों को एक साथ देखा गया। बोनी कपूर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके सभी बच्चे एक साथ हैं और परिवार एकजुट है। इस तरह इतने वर्षों बाद बोनी कपूर को अपने सभी बच्चों का साथ मिला, लेकिन वे श्रीदेवी को घर की पहली शादी में स्थान नहीं दिला सके। श्रीदेवी को लेकर आज भी परिवार में एक अदृश्य दीवार है, जो समय के साथ भी नहीं भर पाई है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि कपूर परिवार में श्रीदेवी के निधन के बाद से कई जटिलताएँ बनी हुई हैं। अंशुला की सगाई ने इस पारिवारिक स्थिति को एक बार फिर उजागर किया है। परिवार के सदस्यों के बीच संबंधों में सुधार की आवश्यकता है, ताकि वे एकजुट होकर आगे बढ़ सकें।
NationPress
05/10/2025

Frequently Asked Questions

अंशुला कपूर की सगाई कब हुई?
अंशुला कपूर की सगाई 5 अक्टूबर को हुई।
इस सगाई में श्रीदेवी की तस्वीर क्यों नहीं थी?
श्रीदेवी की तस्वीर को इस समारोह में शामिल नहीं किया गया, जो पारिवारिक तनाव को दर्शाता है।
अंशुला कपूर के परिवार में कौन-कौन शामिल थे?
अंशुला कपूर के परिवार में अर्जुन कपूर, खुशी कपूर, जाह्नवी कपूर और बोनी कपूर शामिल थे।
अर्जुन कपूर ने श्रीदेवी के बारे में क्या कहा?
अर्जुन कपूर ने कहा कि उन्होंने कभी श्रीदेवी को मां नहीं माना।
अंशुला ने अपनी सगाई में क्या किया?
अंशुला ने अपनी मां मोना कपूर की तस्वीर सगाई समारोह में रखी।