क्या बिहार के अपमान का बदला लेंगे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस के विवादास्पद पोस्ट ने बिहार के लोगों को आहत किया।
- गिरिराज सिंह ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
- बिहार की जनता अपमान का जवाब वोटों से देने का संकल्प ले चुकी है।
- ममता बनर्जी पर भी गंभीर आरोप लगे हैं।
- राजनीतिक विवादों में जनता की भावना को समझना आवश्यक है।
कोलकाता, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस पार्टी की केरल इकाई द्वारा एक विवादास्पद पोस्ट के प्रकाशन से राजनीतिक हलचल मच गई है। इस पोस्ट में बिहार की तुलना बीड़ी से की गई थी। इस पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह समेत अन्य नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कांग्रेस पर बिहार के लोगों का अपमान करने का आरोप लगाया।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने न केवल प्रधानमंत्री का अपमान किया है, बल्कि स्टालिन जैसे नेताओं ने भी बिहारियों और हिंदू धर्म पर अमर्यादित टिप्पणी की है। रेवंत रेड्डी पर भी बिहार के डीएनए को लेकर विवादास्पद टिप्पणी का आरोप लगाया गया।
उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया कि क्या वे बिहारियों को केवल बीड़ी पीने वाला मानते हैं या उनका इरादा बिहार को नीचा दिखाना है। उन्होंने चेतावनी दी कि बिहार की जनता विधानसभा चुनाव में अपमान का जवाब वोटों से देगी।
उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कहा कि वे तानाशाह की तरह व्यवहार कर रही हैं और लोकतंत्र विरोधी हैं। विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए सुवेंदु अधिकारी और अन्य को पीटा गया। लोकतंत्र के इतिहास में यह पहली घटना है, जहां विधानसभा के अंदर विधायकों और विपक्षी नेताओं को पीटा गया और वह भी ममता बनर्जी के आदेश पर। यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है।
केंद्रीय राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बीड़ी विवाद पर कहा कि कांग्रेस को बिहारियों और बिहार के गौरव का मजाक उड़ाने में मजा आता है। बिहार और लोगों के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने वालों को राज्य की जनता ही सबक सिखाएगी।
जदयू विधायक पंकज कुमार मिश्रा ने कहा कि हम मां जानकी की धरती से आते हैं। उनकी पूरे देश में पूजा की जाती है। बिहार बुद्ध और मां जानकी की धरती है। कांग्रेस नेता इस पवित्र भूमि का अपमान कर रहे हैं। भगवान भी उन्हें माफ नहीं करेंगे, हालांकि उन्हें भगवान में कोई आस्था ही नहीं है। वे हमेशा पाकिस्तान और ऐसी ही दूसरी जगहों की बात करते हैं। बिहार की जनता चुनाव में इसका जवाब देगी।