क्या कांग्रेस सांसद नसीर हुसैन बीड़ी विवाद पर कुछ कहेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार की अस्मिता का सम्मान होना चाहिए।
- राजनीतिक संवाद में संवेदनशीलता आवश्यक है।
- किसी भी राज्य या उसके नागरिकों के प्रति अनादर अस्वीकार्य है।
- चुनाव से पहले की घोषणाएँ अक्सर संदेहास्पद होती हैं।
- बिहार बंद को नकारा गया है।
पटना, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस की केरल इकाई के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बिहार की बीड़ी के साथ तुलना किए जाने पर पार्टी ने वापस कदम खींच लिया है। भाजपा नेताओं ने इसे बिहार की अस्मिता से जोड़ते हुए तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इस संदर्भ में कांग्रेस सांसद नसीर हुसैन ने कहा कि किसी भी राज्य के प्रति इस प्रकार की बातों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पटना में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य नसीर हुसैन ने कहा कि किसी भी राज्य या उसके नागरिकों के साथ ऐसा व्यवहार नहीं होना चाहिए। हालांकि, मैंने उस पोस्ट को सीधे नहीं देखा है, लेकिन यदि ऐसी कोई टिप्पणी की गई है तो हम उनसे इसे हटाने का अनुरोध करेंगे।
उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य या उसके नागरिकों के प्रति अनादर अस्वीकार्य है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
नसीर हुसैन ने जीएसटी स्लैब में आए बदलाव को चुनावी एजेंडा बताकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि भाजपा अक्सर चुनाव से ठीक पहले बड़ी-बड़ी घोषणाएँ करती है, जिसका गरीब जनता को कोई लाभ नहीं होता। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में चुनाव के चलते टैक्स कम किए गए हैं, लेकिन चुनाव के बाद जीएसटी फिर से बढ़ा दी जाएगी।
केरल कांग्रेस द्वारा बिहार की तुलना 'बीड़ी' से करने पर राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि उस पोस्ट को डिलीट कर दिया गया है। पूरा देश और विश्व बिहार के सम्मान और स्वाभिमान को जानता है। भाजपा को इस पर क्या कहना है?
तिवारी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उनके नेता बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के डीएनए पर सवाल उठाते थे, जिससे बिहार की 14 करोड़ जनता का अपमान हुआ। उस समय भाजपा खामोश क्यों थी?
उन्होंने यह भी कहा कि जब बिहार के लोगों को महाराष्ट्र और गुजरात से पीटा और भगाया जा रहा था, तब भाजपा क्यों चुप रही?
राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बी फॉर बिहार, बी फॉर बुद्ध की धरती, बी फॉर बुद्धिजीवियों की धरती, यही बिहार की ताकत है और यह सभी को ज्ञात है। भाजपा को झूठा प्रचार और एजेंडा नहीं चलाना चाहिए।
बिहार बंद पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ अपशब्द कहने के मामले में भाजपा झूठा प्रचार करना चाहती थी। लेकिन बिहार के लोगों ने बिहार बंद को नकारते हुए इसे सुपर फ्लॉप बना दिया।