क्या अटल इनोवेशन मिशन ने सामुदायिक नवप्रवर्तक फेलोशिप के पांचवे समूह को स्नातक उपाधि दी?

सारांश
Key Takeaways
- अटल इनोवेशन मिशन ने सामुदायिक नवप्रवर्तनक फेलोशिप के पांचवे समूह को स्नातक उपाधि दी।
- यह पहल समाज में नवाचार के माध्यम से परिवर्तन लाने का प्रयास करती है।
- जमीनी स्तर के नवप्रवर्तकों को सशक्त बनाना अटल इनोवेशन मिशन का मुख्य उद्देश्य है।
नई दिल्ली, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम) ने सोमवार को सामुदायिक नवप्रवर्तनक फेलोशिप (सीआईएफ) के अपने पांचवे समूह को स्नातक उपाधि देकर एक ऐतिहासिक उपलब्धि का गौरवपूर्वक स्मरण किया।
अटल इनोवेशन मिशन ने अब तक कुल 100 सामुदायिक नवप्रवर्तनक फेलो को सहायता प्रदान की है। यह एक महत्वपूर्ण अवसर था। परिवर्तनकारी बदलाव लाने के अटूट जुनून से प्रेरित ये जमीनी स्तर के दूरदर्शी, उस नवाचार की भावना को मूर्त रूप देते हैं जिसे अटल इनोवेशन मिशन विकसित करना चाहता है, जिससे देश और उसके आसपास के लिए एक उज्जवल, अधिक समावेशी भविष्य का निर्माण हो सके।
अटल इनोवेशन मिशन महत्वपूर्ण सहायता और संसाधन प्रदान करके जमीनी स्तर के नवप्रवर्तकों को गति प्रदान करता है और उनके प्रयासों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के साथ जोड़ता है, जो वर्ष 2047 तक 'विकसित भारत' के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जमीनी स्तर पर प्रयास करने का आग्रह करता है। सामुदायिक नवप्रवर्तनक फेलोशिप कार्यक्रम, अटल इनोवेशन मिशन के अटल सामुदायिक नवप्रवर्तन केंद्रों (एसीआईसी) का एक आधारशिला, देश के वंचित और कम सेवा प्राप्त क्षेत्रों में नवप्रवर्तकों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित है। यह पहल आत्मनिर्भर राष्ट्र के निर्माण द्वारा स्थानीय नवाचार के माध्यम से उद्यमशीलता की भावना को पोषित करने और सामाजिक प्रगति को गति देने के लिए अटल इनोवेशन मिशन की दृढ़ प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
इस समारोह में कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही, जिसमें नीति आयोग के अटल नवाचार मिशन के निदेशक डॉ. दीपक बागला मुख्य वक्ता थे। डॉ. बागला ने जमीनी स्तर पर, विशेष रूप से श्रेणी 2 और 3 शहरों में, नवाचार को बढ़ावा देने में अटल इनोवेशन मिशन के अटल सामुदायिक नवप्रवर्तन केंद्रों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कृषि और वित्तीय सेवाओं जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में गंभीर चुनौतियों का समाधान करने वाले समाधानों को बढ़ावा देते हैं।
डॉ. दीपक बागला ने कहा कि अटल सामुदायिक नवाचार केंद्र केवल विचारों के इनक्यूबेटर नहीं हैं बल्कि वे परिवर्तनकारी इकोसिस्टम हैं, जो स्थानीय नवप्रवर्तकों को अपने दृष्टिकोण को यथार्थ में बदलने के लिए सशक्त बनाते हैं, जिससे सतत विकास और सामाजिक प्रगति को बढ़ावा मिलता है।
डॉ. बागला ने सामुदायिक नवप्रवर्तनक फेलोशिप कार्यक्रम के उल्लेखनीय प्रभाव की सराहना की और नवप्रवर्तकों को सशक्त बनाने में इसकी भूमिका का उल्लेख किया, जो अपने समुदायों और समग्र समाज के लिए आदर्श बनाते हैं। उन्होंने कहा कि सामुदायिक नवप्रवर्तनक फेलोशिप परिवर्तन के अग्रदूत हैं, जो सतत, रचनात्मकता और अदम्य साहस का उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। उनके नवाचार केवल समाधान ही नहीं हैं वे एक आत्मनिर्भर और समृद्ध भारत के निर्माण में जमीनी स्तर की प्रतिभा की शक्ति का प्रमाण हैं।
बता दें कि नीति आयोग की एक प्रमुख पहल, अटल नवाचार मिशन, पूरे देश में नवाचार-संचालित उद्यमिता को बढ़ावा देता है। नवप्रवर्तकों को सशक्त बनाकर और सहयोगात्मक इकोसिस्टम को बढ़ावा देकर, अटल नवाचार मिशन सामाजिक प्रगति को गति देता है और नवाचार उत्कृष्टता द्वारा परिभाषित भविष्य का निर्माण करता है।