क्या रूस ने हमारे हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर उकसावे की कार्रवाई की है?

सारांश
Key Takeaways
- रूसी विमानों का एस्टोनिया में प्रवेश एक गंभीर उकसावे की कार्रवाई है।
- यूएनएससी ने इस घटना पर चर्चा के लिए आपातकालीन बैठक बुलाई।
- यह घटना अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है।
- एस्टोनिया ने रूस से सुरक्षा और संप्रभुता का सम्मान करने की अपील की।
नई दिल्ली, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। एस्टोनिया के हवाई क्षेत्र में कथित तौर पर रूसी जेट विमानों के घुसपैठ को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक सोमवार को आयोजित की गई। इस बैठक में एस्टोनिया के विदेश मंत्री मार्गस त्सखना ने रूसी लड़ाकू विमानों द्वारा उनके हवाई क्षेत्र में प्रवेश को उकसावे की कार्रवाई बताया।
उन्होंने कहा कि यह रूसी उकसावे ‘अस्थिरता बढ़ाने वाली कार्रवाई’ हैं जो क्षेत्र को ‘पिछले कुछ वर्षों की तुलना में हमें संघर्ष की ओर धकेल’ रही हैं।
एस्टोनिया के विदेश मंत्री ने अन्य देशों के विदेश मंत्रियों और वरिष्ठ राजनयिकों के साथ मिलकर 50 देशों और यूरोपीय संघ की ओर से एक बयान पढ़ा जिसमें पिछले हफ्ते तीन रूसी लड़ाकू विमानों द्वारा एस्टोनियाई हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने की घटना की निंदा की गई।
उन्होंने कहा कि यह ‘उकसावा काफी घातक’ था और यह “इस साल रूस द्वारा एस्टोनिया के हवाई क्षेत्र का चौथा उल्लंघन” था। “यह घटना न केवल एस्टोनिया, बल्कि पूरे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से संबंधित है।”
उन्होंने चेतावनी दी कि “यह अपने पड़ोसियों के खिलाफ रूसी उकसावे के व्यापक पैटर्न का हिस्सा है। रूस की लापरवाह कार्रवाइयां न केवल अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन हैं, बल्कि एक उकसावा है जो पूरे क्षेत्र को संघर्ष की ओर धकेल रही हैं।”
उन्होंने रूस से अपील की कि वह “बिना किसी देरी के यूक्रेन के खिलाफ जंग को बंद करे” और “अपने पड़ोसियों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के खिलाफ सभी उकसावे और धमकियों को समाप्त करे।”
असल में, एस्टोनिया ने यूएनएससी से आपातकालीन बैठक का अनुरोध तब किया जब शुक्रवार (19 सितंबर) को तीन रूसी मिग-31 लड़ाकू विमानों ने बिना अनुमति के फिनलैंड की खाड़ी के ऊपर से एस्टोनिया के हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर लिया था। एस्टोनियाई विदेश मंत्रालय के अनुसार, नाटो ने इन्हें इंटरसेप्ट किया। रोके जाने से पहले ये जेट विमान 12 मिनट तक वहीं रुके रहे थे। इस घटना के बाद एस्टोनियाई विदेश मंत्री मार्गस त्सखना ने रविवार को एक्स पोस्ट में कहा कि रूस की कार्रवाई “संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण सिद्धांतों को कमजोर करती है।”