क्या ऑपरेशन सिंदूर और खेल दोनों जारी हैं? अधीर रंजन चौधरी का बयान

सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है।
- भारत और पाकिस्तान के बीच खेल गतिविधियां चल रही हैं।
- सरकार को जनता का विश्वास जीतने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
- 1993 में संसद में प्रस्ताव पारित हुआ था।
- बयानबाजी के बजाय कार्रवाई की आवश्यकता है।
मुर्शिदाबाद, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में केंद्र सरकार की नीतियों पर कड़ा हमला किया।
अधीर रंजन ने कहा कि रक्षा मंत्री ने हाल ही में कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है और जम्मू कश्मीर को वापस लेने के लिए कार्रवाई चल रही है। लेकिन इसके साथ ही, भारत और पाकिस्तान के बीच खेल और क्रिकेट जैसी गतिविधियां भी जारी हैं, जिससे यह स्पष्ट नहीं हो पाता कि जंग का असली मतलब क्या है।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को लेकर संसद में 1993 में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित हुआ था, जिसका उद्देश्य था कि जम्मू-कश्मीर के अधिकृत हिस्सों पर भारत का नियंत्रण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या केंद्र सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है या केवल बयानबाजी तक सीमित है।
अधीर रंजन ने कहा कि कम से कम इतना तो किया जाना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर से एक प्रतीकात्मक कदम उठाया जाए, ताकि जनता को यह विश्वास हो सके कि सेना और सरकार स्थिति पर नियंत्रण रखती हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर से एक सेब तोड़कर भारत में लाया जाए, तो जनता को यह विश्वास हो सकता है कि रक्षा मंत्री और सरकार अपने दावों में सक्षम हैं।
अधीर रंजन ने इस बात पर भी चिंता जताई कि केंद्र सरकार की नीतियां केवल घोषणाओं और मीडिया बयान तक सीमित रहती हैं, जबकि वास्तविक कार्रवाई में देरी होती है। उनका कहना था कि यदि ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सच में कोई रणनीति और कार्ययोजना है, तो इसे स्पष्ट तरीके से जनता के सामने प्रस्तुत किया जाना चाहिए। उन्होंने रक्षा मंत्री से अपील की कि जम्मू-कश्मीर के अधिकृत हिस्सों पर भारत की पकड़ को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाएं और जनता को भी दिखाएं कि देश की सुरक्षा और संप्रभुता के प्रति सरकार गंभीर है।