क्या बाबा साहेब की मूर्ति के किनारे बाउंड्रीवाल और छत्र लगाए जाएंगे?: सीएम योगी

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क्या बाबा साहेब की मूर्ति के किनारे बाउंड्रीवाल और छत्र लगाए जाएंगे?: सीएम योगी

सारांश

सीएम योगी ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। उनकी मूर्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बाउंड्रीवाल और छत्र लगाने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही, वंचित वर्ग के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं की भी बात कही गई। जानिए इस घोषणा का समग्र निहितार्थ क्या है।

Key Takeaways

  • बाबा साहेब की मूर्तियों की सुरक्षा के लिए बाउंड्रीवाल का निर्माण।
  • चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए न्यूनतम मानदेय की गारंटी।
  • महापरिनिर्वाण दिवस पर बाबा साहेब के योगदान का सम्मान।
  • सरकार की जीरो पॉवर्टी अभियान की पहल।
  • सामाजिक भेदभाव के खिलाफ बाबा साहेब का जीवन दर्शन।

लखनऊ, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर एक महत्वपूर्ण घोषणा की। बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर महासभा ट्रस्ट द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि कुछ शरारती तत्व अक्सर मूर्तियों को नुकसान पहुँचाने का प्रयास करते हैं, इसलिए हमारी सरकार ने यह निर्णय लिया है कि जहां भी बाबा साहेब की मूर्तियां स्थापित हैं, वहां बाउंड्रीवाल का निर्माण कर उन मूर्तियों की सुरक्षा की जाएगी। इसके साथ ही मूर्तियों पर छत्र भी लगाया जाएगा, जिससे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

सीएम योगी ने डॉ. निर्मल के उस वक्तव्य का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा कि चतुर्थ श्रेणी, संविदा, और सफाई कर्मचारियों को उचित मानदेय प्रदान किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि सरकार ने कॉरपोरेशन का गठन किया है और अगले एक-दो महीने में चतुर्थ श्रेणी, संविदा और सफाई कर्मचारियों को न्यूनतम मानदेय देने की गारंटी दी जाएगी। जीरो पॉवर्टी अभियान भी इसी दिशा में है। जिन लोगों को अभी तक सुविधाओं का लाभ नहीं मिला है, उनके लिए कार्य जारी है। अनुसूचित जाति, जनजाति और अतिपिछड़ी के गरीबों की पहचान का कार्य लगभग पूरा हो चुका है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज का दिन सभी के लिए प्रेरणा दिवस है। बाबा साहेब ने सामाजिक भेदभाव और विषमताओं से लड़कर वंचितों, दलितों और अतिपिछड़ों को सम्मानजनक जीवन प्रदान करने के अनेक अवसर उपलब्ध कराए। महापरिनिर्वाण दिवस उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का एक समारोह है।

उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में बाबा साहेब के शिक्षाओं से प्रेरित होकर कई अभियान चलाए जा रहे हैं। भारत का संविधान बनाने में बाबा साहेब ने जो उत्तरदायित्व निभाया, उसके तहत उन्होंने प्रस्तावना में तीन महत्वपूर्ण शब्द (न्याय, समता, बंधुता) शामिल किए। पीएम मोदी ने बिना भेदभाव हर वंचित, दलित, गरीब, पिछड़े और महिलाओं को योजनाओं का लाभ दिया है।

सीएम ने कहा कि जो भी सुविधाएं आज उपलब्ध हो रही हैं, वे बाबा साहेब की प्रेरणा से ही हो रही हैं। नया भारत महापुरुषों के प्रति सम्मान और गौरव का अनुभव करता है। पंचतीर्थ के निर्माण, अनुसूचित जाति, जनजाति और दलित छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्तियों जैसी सुविधाएं भी इसी दिशा में हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर मलिन, दलित, अनुसूचित जाति-जनजाति बस्तियों को कनेक्टिविटी से जोड़ने का कार्य हो रहा है। बाबा साहेब का जीवन दर्शन हमें नई प्रेरणा देता है। वे सभी गरीब और वंचित नागरिकों को आश्वस्त करते हैं कि डबल इंजन सरकार समाज और राष्ट्र को सशक्त बनाने की दिशा में प्रयत्नशील है।

Point of View

बल्कि यह बाबा साहेब के प्रति हमारी कृतज्ञता को भी दर्शाती है। यह सरकार की वंचित वर्गों के प्रति प्रतिबद्धता को भी उजागर करती है।
NationPress
06/12/2025

Frequently Asked Questions

बाबा साहेब की मूर्तियों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाएगी?
सरकार ने सभी जगहों पर बाउंड्रीवाल का निर्माण और मूर्तियों पर छत्र लगाने का निर्णय लिया है।
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को मानदेय कब मिलेगा?
सरकार ने अगले एक-दो महीने में न्यूनतम मानदेय देने का आश्वासन दिया है।
बाबा साहेब का महापरिनिर्वाण दिवस क्यों मनाया जाता है?
यह दिन उनकी शिक्षाओं और योगदान को याद करने के लिए मनाया जाता है।
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