क्या बारामूला में आतंकी नेटवर्क को खत्म करने के लिए पुलिस की कार्रवाई सफल होगी?
सारांश
Key Takeaways
- जम्मू-कश्मीर पुलिस का आतंक के खिलाफ अभियान
- छह लोग हिरासत में
- 22 संपत्तियों की तलाशी
- स्थानीय लोगों की संतोषजनक प्रतिक्रिया
- कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्रवाई
बारामूला, 13 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बारामूला जिले के उत्तरी क्षेत्र में आतंकवादी नेटवर्क को समाप्त करने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत, पुलिस ने कई स्थानों पर एक साथ छापेमारी की। आतंक से जुड़े व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई और उन्हें कानून के अनुसार दंडित किया गया।
इस अभियान के दौरान, विध्वंसक गतिविधियों में संलिप्तता के शक में छह व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया। इसके अतिरिक्त, आतंकी संगठन से संबंधित 22 संपत्तियों की तलाशी ली गई। इनमें से बीस व्यक्तियों को पकड़ा गया, जबकि दो को जेल भेज दिया गया।
यूएपीए कानून के तहत पहले गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों की जांच की गई, जो जमानत पर थे। इनमें से एक को पुनः हिरासत में लिया गया। इसी प्रकार, आठ आरोपियों की जमानत रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की गई। इनमें से दो को अदालत में पेश किया गया।
पुलिस ने जिले में 16 स्थानों पर नाकाबंदी की और संदिग्धों की खोज की। विभिन्न चौकियों पर 292 वाहनों की गहन जांच की गई। कोई संदिग्ध सामान न मिलने पर उन्हें जाने दिया गया।
कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पांच ऐसे व्यक्तियों की तलाशी ली गई, जो इलेक्ट्रॉनिक और सूचना मशीनरी से जुड़े थे। साथ ही, दो संगठनों की भी जांच की गई, जो आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हो सकते थे। यूएपीए के तहत फरार दो आरोपियों का पता लगाया गया और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की गई।
पुलिस का कहना है कि यह अभियान आतंक के खिलाफ चल रही मुहिम का हिस्सा है। बारामूला में शांति बनाए रखने और आतंकी नेटवर्क को पूरी तरह समाप्त करने के लिए ऐसे अभियान लगातार जारी रहेंगे। स्थानीय लोग इस कार्रवाई से संतुष्ट हैं। उनका मानना है कि इससे क्षेत्र में सुरक्षा का माहौल मजबूत हुआ है।
पिछले कुछ महीनों में बारामूला में आतंकी गतिविधियाँ बढ़ी थीं। पुलिस ने खुफिया जानकारी के आधार पर यह अभियान चलाया। अब तक दर्जनों लोग हिरासत में हैं और जांच जारी है। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि यदि कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत सूचना दें।