क्या बंगाल से ममता बनर्जी की विदाई तय है? : राम कदम

सारांश
Key Takeaways
- राम कदम ने टीएमसी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
- कोलकाता गैंगरेप मामले में टीएमसी नेताओं की मिलीभगत का आरोप।
- जनता आगामी चुनाव में ममता बनर्जी को बेदखल करेगी।
- भाषा विवाद पर भाजपा की स्थिति स्पष्ट की।
- राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग।
मुंबई, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र भाजपा के प्रमुख नेता राम कदम ने कोलकाता गैंगरेप मामले को लेकर राज्य की टीएमसी सरकार पर कड़ा हमला बोला। उनका कहना है कि पिछले 5 वर्षों में वहां की जनता पर टीएमसी सरकार ने अनगिनत जुल्म किए हैं। वहां की जनता ने ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के गुंडों से तंग आकर आगामी विधानसभा चुनाव में इसका बदला लेने का फैसला किया है।
रविवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में भाजपा नेता ने कहा कि ममता बनर्जी को खुद को सुपर पावर समझने की आवश्यकता नहीं है। जनता सब कुछ देख रही है और चुनाव के समय टीएमसी सरकार को सत्ता से बाहर करने का काम करेगी।
कोलकाता गैंगरेप मामले में टीएमसी नेताओं के बयानों पर भाजपा नेता ने कहा कि सभी नेताओं में मिलीभगत है। चुन-चुनकर विरोधियों को निशाना बनाया जा रहा है। ममता की सरकार में जनता त्रस्त है। मुझे लगता है कि जनता विधानसभा चुनाव का बेसब्री से इंतजार कर रही है और ममता बनर्जी की सरकार को सत्ता से बेदखल करेगी। पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग को लेकर उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ही जनता ममता बनर्जी की दुकान बंद कर देगी।
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर भाजपा नेता ने कहा कि ओवैसी के किसी भी बयान पर प्रतिक्रिया नहीं दे सकता हूं। उन्हें खुद नहीं पता कि उनका क्या कहना है। उनका अपने तरीके से एक विशेष वर्ग को खुश करने का प्रयास है। ओवैसी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दावा किया था कि निर्वाचन आयोग बिहार में गुप्त तरीके से एनआरसी लागू कर रहा है।
महाराष्ट्र में भाषा विवाद पर भाजपा नेता ने कहा कि जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने एक समिति बनाई थी और छोटे बच्चों पर हिंदी थोपने का निर्णय लिया था। हम किसी भी भाषा के खिलाफ नहीं हैं, सभी का सम्मान करते हैं। इसे जबरदस्ती क्यों थोपा जा रहा है? मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सरकार ने निर्णय लिया है कि छात्र अपनी इच्छा से भाषा का चयन कर सकते हैं।