क्या बेंगलुरु में 30 अक्टूबर को दक्षिणी राज्यों के शहरी विकास मंत्रियों की बैठक होगी, मनोहर लाल होंगे शामिल?

सारांश
Key Takeaways
- 30 अक्टूबर को बेंगलुरु में शहरी विकास मंत्रियों का सम्मेलन होगा।
- केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल इस सम्मेलन में भाग लेंगे।
- उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार केंद्र से वित्तीय सहायता की मांग करेंगे।
- बेंगलुरु के विकास के लिए कई प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
- इस प्रक्रिया में नागरिकों और सामाजिक संगठनों को भी शामिल किया जाएगा।
बेंगलुरु, 23 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने गुरुवार को जानकारी दी कि केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल ने 30 अक्टूबर को बेंगलुरु में दक्षिणी राज्यों के शहरी विकास मंत्रियों का सम्मेलन आयोजित करने की स्वीकृति दी है।
शिवकुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'हम बेंगलुरु के विकास के लिए केंद्र से वित्तीय सहायता की मांग करेंगे। चूंकि केंद्रीय मंत्री स्वयं इस सम्मेलन में शामिल होंगे, हम अपनी सभी प्राथमिक मांगें उनके सामने रखेंगे। हम पहले भी कई बार प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों से बेंगलुरु के लिए विशेष अनुदान की मांग कर चुके हैं।'
उन्होंने ‘ग्रेटर बेंगलुरु अथॉरिटी (जीबीए)’ के विस्तार के संदर्भ में जानकारी साझा करते हुए कहा कि उन्होंने हाल ही में बेंगलुरु शहरी जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा किया है।
शिवकुमार ने कहा, “कई नगर पालिकाएं और नगर पंचायतें हैं जो जीबीए की सीमाओं में शामिल किए जाने के लिए योग्य हैं। मैंने शुक्रवार को अधिकारियों की एक बैठक बुलाई है। बीएस पाटिल की अध्यक्षता में एक समिति यह रिपोर्ट तैयार कर रही है कि किन क्षेत्रों को जीबीए के अधिकार क्षेत्र में जोड़ा जा सकता है।”
उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया में विधायकों, सांसदों, नागरिकों और सामाजिक संगठनों को भी शामिल किया गया है ताकि निर्णय सर्वसम्मति से किया जा सके।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इस सप्ताहांत वह ‘बेंगलुरु नाडिगे’ (बेंगलुरु में सैर) कार्यक्रम के तहत जनता से सीधे संवाद करेंगे। इसके बाद, वे आईटी-बीटी कंपनियों के प्रतिनिधियों से विशेष रूप से महादेवपुरा और केआर पुरम क्षेत्रों में मुलाकात करेंगे ताकि शहरी बुनियादी ढांचे से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा की जा सके।
शिवकुमार ने कहा कि नगर प्रशासन द्वारा शहर में सड़कों की मरम्मत और गड्ढे भरने का कार्य लगातार जारी है। अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया गया है। कुछ स्थानों पर हम केवल गड्ढे भरने का कार्य नहीं कर रहे हैं, बल्कि नई परत भी बिछाई जा रही है। बारिश के कारण कार्य थोड़े धीमे हुए हैं, लेकिन बारिश थमने के बाद काम तेजी से पूरा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र की नेतृत्व संबंधी टिप्पणी और कुछ विधायकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के संदर्भ में शिवकुमार ने कहा, “मैं इस विषय पर फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। उचित समय पर जवाब दूंगा।”
अलंद निर्वाचन क्षेत्र में 6,000 वोटों में हेराफेरी की पुष्टि पर उन्होंने कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं है। यह काम फोन नंबरों के माध्यम से किया गया था। अधिकारियों ने शिकायत दर्ज कराई है और अब कानून अपना कार्य करेगा।”