क्या मुंबई के भांडुप में करंट लगने से 17 वर्षीय युवक की मौत का कारण हेडफोन था?

सारांश
Key Takeaways
- सावधानी बरतें: सड़क पर हेडफोन का उपयोग न करें।
- बिजली विभाग की जिम्मेदारी: तारों का उचित रखरखाव आवश्यक है।
- स्थानीय चेतावनी: स्थानीय लोगों की चेतावनी को गंभीरता से लें।
- बारिश में सतर्कता: बारिश के समय विशेष सावधानी बरतें।
- सुरक्षा उपाय: व्यक्तिगत सुरक्षा को प्राथमिकता दें।
मुंबई, 20 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भांडुप क्षेत्र में मूसलधार बारिश के दौरान बिजली के करंट लगने से एक 17 वर्षीय युवक की अत्यंत दुखदायी मौत हो गई। यह घटना पन्नालाल कंपाउंड में हुई, जब युवक सड़क पर पड़े हुए खुले हाई-टेंशन तार की चपेट में आ गया।
मृतक की पहचान दीपक पिल्ले के रूप में हुई, जो एलबीएस मार्ग पर अपने घर की ओर पैदल जा रहा था। उस समय बारिश के कारण दृश्यता कम थी और दीपक ने कानों में हेडफोन लगा रखा था।
स्थानीय निवासियों ने दीपक को सड़क पर खुले तार से दूर रहने के लिए चेतावनी देने की कोशिश की, लेकिन हेडफोन के कारण वह उनकी आवाज नहीं सुन सका। जैसे ही वह तार के संपर्क में आया, उसे एक ज़ोरदार बिजली का झटका लगा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बारिश के कारण सड़क पर पानी जमा था, जिसने करंट के प्रभाव को और बढ़ा दिया। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। भांडुप पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
पुलिस ने इस मामले को आकस्मिक मृत्यु (एडीआर) के तहत दर्ज किया है और हादसे की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि उच्च वोल्टेज तार के रखरखाव में लापरवाही हुई है। इसके साथ ही, पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि तार सड़क पर कैसे और क्यों थी। स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बेहतर रखरखाव की मांग की है।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि सड़क पर हेडफोन का उपयोग न करें और सावधानी बरतें। पुलिस का कहना है कि हमें इस तरह की अप्रिय स्थितियों से बचने के लिए व्यक्तिगत स्तर पर सतर्क रहना होगा।