क्या अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता अच्छी तरह बढ़ रही है? वित्त मंत्री सीतारमण का बयान

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क्या अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता अच्छी तरह बढ़ रही है? वित्त मंत्री सीतारमण का बयान

सारांश

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता की प्रगति का जिक्र किया, खासकर ट्रंप के टैरिफ के मद्देनजर। भारत ने ब्रिटेन के साथ एफटीए पर भी हस्ताक्षर किए हैं। जानें और क्या कहती हैं रिपोर्टें।

Key Takeaways

  • अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता में प्रगति।
  • ब्रिटेन के साथ एफटीए पर हस्ताक्षर।
  • द्विपक्षीय संबंध मजबूत हो रहे हैं।
  • ट्रंप के टैरिफ का असर संभावित।
  • व्यापार में सहयोग के नए अवसर।

नई दिल्ली, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता सफलता के साथ आगे बढ़ रही है। यह बयान उस समय आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1 अगस्त से प्रभावी होने वाले कंट्री-स्पेसिफिक टैरिफ का संकेत दिया।

राष्ट्रीय राजधानी में एक पुस्तक विमोचन समारोह के दौरान, वित्त मंत्री ने कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन दोनों के साथ व्यापार वार्ता सकारात्मक दिशा में चल रही है।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, उन्होंने कहा, "मैं इस विषय पर कुछ नहीं कह सकती कि द्विपक्षीय व्यापार सकारात्मक है या नकारात्मक, लेकिन हम अपने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती प्रदान कर रहे हैं। अमेरिका और यूरोपीय संघ के साथ बातचीत सकारात्मक दिशा में है।"

इससे पहले, ट्रंप ने कहा था कि उनका प्रशासन 1 अगस्त तक विभिन्न देशों के साथ अपने अधिकांश व्यापार समझौतों को पूरा कर लेगा।

व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, ट्रंप ने कहा कि उनका प्रशासन लगभग 200 देशों को उनके टैरिफ रेट्स पर एक पत्र भेज सकता है, जिसका अर्थ है कि 'उनके बीच समझौता हो गया है।'

योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार, स्कॉटलैंड की यात्रा पर रवाना होने से पहले ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, "1 अगस्त नजदीक है और सभी सौदे नहीं तो अधिकांश सौदे पूरे हो जाएंगे।"

उन्होंने आगे कहा, "जब ये पत्र भेजे जाएंगे तो इसका मतलब होगा कि उनका सौदा पक्का हो गया है।"

इस बीच, भारत ने इस सप्ताह ब्रिटेन के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर किए।

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत-ब्रिटेन सीईटीए की सराहना करते हुए इसे 'गेम-चेंजिंग' समझौता बताया, जो किसानों, व्यापारियों, एमएसएमई क्षेत्रों, युवा पेशेवरों और मछुआरों को अपार अवसर और लाभ प्रदान करेगा।

उन्होंने एक प्रेस वार्ता में कहा, "भारत की कैबिनेट ने भारत-ब्रिटेन एफटीए को पहले ही मंजूरी दे दी है और अब ब्रिटेन की संसद द्वारा अनुसमर्थन प्रक्रिया पूरी होने पर, यह समझौता लागू होगा।"

केंद्रीय वाणिज्य मंत्री के अनुसार, भारत द्वारा हस्ताक्षरित सभी एफटीए में से, ब्रिटेन के साथ एफटीए सबसे बड़ा, व्यापक और महत्वपूर्ण है।

व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता (सीईटीए) नामक यह समझौता, ब्रिटेन को भारत के 99 प्रतिशत निर्यात के लिए शुल्क-मुक्त पहुंच सुनिश्चित करता है, जो लगभग पूरे व्यापार क्षेत्र को कवर करता है।

Point of View

हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि व्यापार वार्ता का यह सकारात्मक विकास भारत की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है। अमेरिका और ब्रिटेन दोनों के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखना आवश्यक है। यह समझौता न केवल व्यापार के लिए बल्कि विभिन्न क्षेत्रों के विकास के लिए भी लाभकारी होगा।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता कब शुरू हुई?
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता कई वर्षों से चल रही है, लेकिन हाल के महीनों में इसमें तेजी आई है।
क्या भारत ने ब्रिटेन के साथ व्यापार समझौता किया है?
हाँ, भारत ने हाल ही में ब्रिटेन के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
क्या ट्रंप के टैरिफ से भारत पर असर पड़ेगा?
यह संभव है कि ट्रंप के टैरिफ से भारत के निर्यात पर प्रभाव पड़े, लेकिन भारत सरकार इस पर नजर रखेगी।