क्या भारत का युवा देश की प्रगति में योगदान नहीं दे रहा? राहुल गांधी का बयान हास्यास्पद है: अजय आलोक

सारांश
Key Takeaways
- अजय आलोक ने राहुल गांधी के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
- भारतीय युवा देश की प्रगति में योगदान दे रहे हैं।
- राहुल गांधी के ज्ञान पर सवाल उठाए गए हैं।
- नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानों को बंद करने की मांग की गई है।
नई दिल्ली, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सैम पित्रोदा के हालिया बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
राहुल गांधी द्वारा जेनरेशन-ज़ेड को संविधान और लोकतंत्र की रक्षा करने की अपील पर अजय आलोक ने तंज करते हुए कहा, “राहुल गांधी को जेनरेशन जेड का अर्थ भी नहीं पता। उनके पास कोई युवा साथी नहीं हैं। उन्हें लगता है कि नेपाल की तरह भारत में भी कुछ होगा, लेकिन यहाँ का युवा शिक्षित है और सही-गलत का निर्णय स्वयं करता है।”
अजय आलोक ने राहुल गांधी के बयान को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि भारतीय युवा देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। राहुल गांधी को कुछ भी नहीं पता। भारतीय युवा बेंगलुरु जैसी साइबर सिटी में काम कर रहे हैं और देश को आगे बढ़ा रहे हैं। यदि किसी देश को आवश्यकता होगी, तो वह हमारे युवाओं को ले जाएगा, परंतु हमारे युवा अपने देश में ही रोजगार और तरक्की कर रहे हैं।
जगद्गुरु स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बिहार की सभी 243 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर सभी को चौंका दिया है। इस पर अजय आलोक ने कहा, “शंकराचार्य साधु-संत हैं। यदि वह किसी की मदद करते हैं तो इसमें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। हमें भी कोई आपत्ति नहीं है।”
फिल्म अभिनेत्री पूनम पांडे के दिल्ली के रामलीला समारोह में मंदोदरी की भूमिका निभाने के सवाल पर अजय आलोक ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, “रामलीला कमेटी को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए। भगवान के किरदारों से लोगों की आस्था जुड़ी होती है।”
सैम पित्रोदा के पाकिस्तान में घर जैसा महसूस होने वाले बयान पर अजय आलोक ने तंज करते हुए कहा, “सैम पित्रोदा ने सही कहा। राहुल गांधी भी ऐसा ही सोचते हैं। वहां के लोग उन्हें अपना नेता मानते हैं। 90 चुनाव हारकर विश्व रिकॉर्ड बना चुके राहुल शायद वहां जाकर जीत जाएं।”
नवरात्रि के दौरान दिल्ली में मीट की दुकानों को बंद करने की भाजपा विधायकों की मांग पर उन्होंने कहा, “नवरात्रि में लोगों की आस्था होती है। यह पवित्र दिन है। यदि विधायक दुकानें बंद करने की मांग कर रहे हैं, तो सरकार को इस पर उचित निर्णय लेना चाहिए।”