क्या भारत कई क्षेत्रों में विश्व के मापदंड से ऊंचे पायदान पर पहुँच रहा है? : चिराग पासवान

सारांश
Key Takeaways
- भारत कई क्षेत्रों में विश्व के मापदंड पर उन्नत हो रहा है।
- प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विकास की गति तेज हो रही है।
- सामाजिक सुरक्षा में सुधार गरीबों के हित में है।
- विरोध करना सभी का अधिकार है, जो सम्मानित किया जाना चाहिए।
- महिलाओं के खिलाफ भेदभाव की मानसिकता को चुनौती दी जानी चाहिए।
पटना, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में भारत की प्रगति की सराहना की है। भारत के दूसरे स्थान पर पहुँचने पर उन्होंने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि भारत कई क्षेत्रों में विश्व के मापदंड के अनुसार उन्नत पायदान पर पहुँच रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, हमने कई महत्वपूर्ण सफलताएँ प्राप्त की हैं और कई बड़े लक्ष्यों की ओर आगे बढ़ रहे हैं।
पटना में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि हम सभी 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आने वाले समय में प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में और भी कई सफलताएँ प्राप्त करेंगे।
गाँधी मैदान में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में आयोजित रैली पर चिराग पासवान ने कहा कि सभी को विरोध करने का हक है। उन्होंने कहा कि जो आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है, उसका सम्मान किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस विधेयक को लेकर हमारे भी कुछ चिंताएँ थीं। जितने संशोधन जेपीसी के समक्ष रखे गए, उन्हें स्वीकार किया गया। इस कानून में जो संशोधन किए गए हैं, वे गरीबों के हित में हैं।
उन्होंने बताया कि जो भी व्यक्ति इन संशोधनों को पढ़ेगा, वह जान पाएगा कि गरीब मुसलमानों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से इसमें बदलाव किया गया है। यदि फिर भी कुछ लोगों को शिकायत है, तो वे अपनी बातें सरकार के समक्ष रख सकते हैं। भविष्य में यदि आवश्यकता पड़ी, तो उस पर चर्चा की जाएगी।
पश्चिम बंगाल में सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर उन्होंने कहा कि यदि पीड़िता को ही दोषी ठहराया जाएगा, तो न्याय कैसे मिलेगा? यह उन नेताओं की मानसिकता को दर्शाता है, जो महिलाओं को गलत ठहराते हैं।