क्या भारत की व्हाइट कॉलर हायरिंग में फेस्टिव सीजन के दौरान 15 प्रतिशत का उछाल आया?

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क्या भारत की व्हाइट कॉलर हायरिंग में फेस्टिव सीजन के दौरान 15 प्रतिशत का उछाल आया?

सारांश

भारत में व्हाइट कॉलर जॉब्स की मांग में फेस्टिव सीजन के बावजूद वृद्धि। एजुकेशन और फाइनेंस में 15% तक की बढ़ोतरी ने सबको चौंका दिया। क्या यह ट्रेंड आगे बढ़ेगा?

Key Takeaways

  • व्हाइट कॉलर हायरिंग में 3% सालाना वृद्धि।
  • फेस्टिव सीजन में कुछ क्षेत्रों में 15% तक वृद्धि।
  • हायरिंग में उच्च कौशल प्रतिभाओं की मांग।
  • एजुकेशन सेक्टर में 47% वृद्धि हैदराबाद में।
  • टेक्नोलॉजी क्षेत्रों में 60% वृद्धि।

नई दिल्ली, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दीपावली और दशहरा के फेस्टिव सीजन में जबकि हायरिंग गतिविधियों में कमी देखी गई, वहीं भारत के व्हाइट कॉलर जॉब मार्केट में अक्टूबर में एजुकेशन, अकाउंटिंग, फाइनेंसिंग, बीपीओ/आईटीईएस और स्पेशलाइज्ड टेक रोल के लिए मजबूती से गतिविधियां सामने आईं। यह जानकारी सोमवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में दी गई।

रिक्रूटमेंट प्लेटफॉर्म नौकरी की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में व्हाइट-कॉलर हायरिंग में सालाना आधार पर 3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

दीपावली-दशहरा के इस फेस्टिव सीजन में रिक्रूटमेंट गतिविधियों में धीमी गति का चलन रहा। नौकरी जॉबस्पीक इंडेक्स ने अक्टूबर में 2,480 पॉइंट्स का रिकॉर्ड किया, जो सालाना आधार पर 9 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाता है।

हालांकि, इस फेस्टिव सीजन में अधिकांश सेक्टर्स में रिक्रूटमेंट की गति सुस्त रही, लेकिन अकाउंटिंग एंड फाइनेंस, एजुकेशन, और बीपीओ/आईटीईएस में क्रमशः 15 प्रतिशत, 13 प्रतिशत, और 6 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।

एजुकेशन सेक्टर में हायरिंग में हैदराबाद ने 47 प्रतिशत की वृद्धि के साथ सबसे अच्छा प्रदर्शन किया, इसके बाद चेन्नई और बेंगलुरू का स्थान रहा।

रिपोर्ट में बताया गया है कि 3 वर्ष से कम अनुभव वाले फ्रेशर्स की हायरिंग में एजुकेशन सेक्टर में 25 प्रतिशत का उल्लेखनीय उछाल आया है। इसके अलावा, एजुकेशन सेक्टर में स्टार्टअप्स द्वारा हायरिंग में सालाना आधार पर 77 प्रतिशत की शानदार वृद्धि हुई है।

प्लेटफॉर्म के डेटा के अनुसार, उभरती टेक्नोलॉजी से जुड़े सेक्टर्स में सालाना आधार पर 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो दर्शाता है कि फ्यूचर-फॉर्वर्ड स्किल्स में निवेश लगातार बना हुआ है। इन सेक्टर्स में ब्लॉकचेन और क्रिप्टोकरेंसी में कार्यरत कंपनियां शामिल हैं।

पिछले महीने आईटी यूनिकॉर्न में हायरिंग स्थिर रही। वहीं, बीपीओ/आईटीईएस में हायरिंग गतिविधियों में सालाना आधार पर 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसमें एंट्री-लेवल हायरिंग में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी शामिल है। इसमें उभरते शहरों और मेट्रो सिटी का प्रदर्शन शानदार रहा।

रिपोर्ट में कहा गया है कि हाई-स्किल टैलेंट की मांग लगातार बढ़ रही है, जिसमें मशीन लर्निंग इंजीनियर्स की हायरिंग में 139 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सर्च इंजीनियर्स, मेडिकल बिलर्स/कोडर्स, ट्रांजिशन मैनेजर्स, और मैन्युफैक्चरिंग इंजीनियर्स जैसी भूमिकाओं में हायरिंग में 30 से 62 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो कि एक उत्कृष्ट प्रदर्शन है।

Point of View

जो आने वाले समय में आवश्यक होंगी।
NationPress
03/11/2025

Frequently Asked Questions

भारत में व्हाइट कॉलर हायरिंग में वृद्धि का मुख्य कारण क्या है?
व्हाइट कॉलर हायरिंग में वृद्धि का मुख्य कारण शिक्षा, अकाउंटिंग, और तकनीकी क्षेत्रों में मजबूत गतिविधियाँ हैं।
फेस्टिव सीजन में हायरिंग क्यों धीमी होती है?
फेस्टिव सीजन के दौरान कई कंपनियाँ अपने बजट और नई हायरिंग में समायोजन करती हैं, जिससे हायरिंग गतिविधियों में कमी आती है।
कौन से क्षेत्र में सबसे ज्यादा हायरिंग हुई है?
एजुकेशन क्षेत्र में सबसे ज्यादा हायरिंग हुई है, जिसमें हैदराबाद में 47 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
क्या तकनीकी क्षेत्रों में हायरिंग बढ़ रही है?
हाँ, उभरती तकनीकों से जुड़े क्षेत्रों में सालाना आधार पर 60 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
फ्रेशर्स की हायरिंग में क्या बदलाव आया है?
फ्रेशर्स की हायरिंग में एजुकेशन सेक्टर में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।