क्या भारत ने मॉरीशस को 10 इलेक्ट्रिक बसें सौंपकर स्वच्छ भविष्य की दिशा में बड़ा कदम उठाया?

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क्या भारत ने मॉरीशस को 10 इलेक्ट्रिक बसें सौंपकर स्वच्छ भविष्य की दिशा में बड़ा कदम उठाया?

सारांश

भारत ने मॉरीशस को 10 इलेक्ट्रिक बसों का पहला सेट सौंपा, जो दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने का प्रतीक है। यह पहल स्वच्छ परिवहन की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो पर्यावरण और स्वास्थ्य में सुधार करेगी। जानें इस महत्वपूर्ण साझेदारी के बारे में और कैसे यह मॉरीशस के भविष्य को प्रभावित करेगा।

Key Takeaways

  • भारत ने मॉरीशस को 10 इलेक्ट्रिक बसें दी हैं।
  • यह पहल स्वच्छ और टिकाऊ परिवहन की दिशा में महत्वपूर्ण है।
  • मॉरीशस की कार्बन उत्सर्जन कम करने की नीति का समर्थन करती है।
  • प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान दोनों देशों के रिश्ते को विशेष दर्जा मिला।
  • भारत और मॉरीशस के बीच ग्रीन मोबिलिटी पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।

पोर्ट लुई, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारत ने मॉरीशस को पर्यावरण क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देते हुए 10 इलेक्ट्रिक बसों का पहला सेट सौंपा है। 6 अगस्त को, पोर्ट लुई में आयोजित समारोह के दौरान, भारत के उच्चायुक्त अनुराग श्रीवास्तव ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम को ये बसें औपचारिक रूप से सौंपीं।

ये बसें भारत सरकार द्वारा अनुदान सहायता के अंतर्गत दी गई हैं। यह पहल दोनों देशों के बीच ठोस और जन-केंद्रित सहयोग को दर्शाती है, साथ ही मॉरीशस के हरित और टिकाऊ भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह परियोजना मॉरीशस की कार्बन उत्सर्जन कम करने की नीति का समर्थन करती है और स्वच्छ, कुशल सार्वजनिक परिवहन की दिशा में एक बड़ा बदलाव प्रस्तुत करती है।

इस अवसर पर, उच्चायुक्त अनुराग श्रीवास्तव ने अपने भाषण में कहा कि मार्च 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक यात्रा के दौरान, दोनों देशों के रिश्तों को विस्तृत रणनीतिक साझेदारी का दर्जा दिया गया था। उन्होंने बताया कि इस साझेदारी में ग्रीन मोबिलिटी एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।

उन्होंने भारत की ओर से मॉरीशस को समर्थन देने का उल्लेख किया और बताया कि 8 मेगावॉट का सोलर पीवी फार्म हेनरिएटा में पूरा किया जा चुका है। इसके अलावा, सोलर स्ट्रीट लाइटिंग और रोड्रिग्स द्वीप पर कम्युनिटी सोलर फार्म जैसी कई हरित परियोजनाएँ भी चल रही हैं।

प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी की मार्च 2025 की यात्रा को याद किया और भारत सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने 10 इलेक्ट्रिक बसों की इस पहली खेप को मॉरीशस की नेशनल ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (एनटीसी) के लिए भारत की एक बड़ी सौगात बताया। इसे भारत-मॉरीशस के विशेष और मजबूत रिश्ते का प्रतीक माना गया। प्रधानमंत्री रामगुलाम ने कहा कि यह पहल दोनों देशों की साझा सोच और सतत विकास की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

उन्होंने कहा कि स्वच्छ सार्वजनिक परिवहन न केवल पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि यह देश के जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने में भी सहायक होगा।

नवीनचंद्र रामगुलाम ने भारत को भविष्य के क्षेत्रों जैसे कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), ब्लू इकोनॉमी, खाद्य और समुद्री सुरक्षा, और नवीकरणीय ऊर्जा में एक रणनीतिक साझेदार कहा। उन्होंने इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के आर्थिक और तकनीकी लाभों की सराहना की और भारत सहित सभी भागीदारों को धन्यवाद दिया।

इस विशेष अवसर पर, मॉरीशस के कई प्रमुख मंत्री उपस्थित थे, जिनमें पर्यावरण मंत्री राजेश आनंद भगवान, राष्ट्रीय अधोसंरचना मंत्री गोविंदनाथ गनेस, विदेश मंत्री धनंजय रामफुल, भूमि परिवहन मंत्री मोहम्मद उस्मान कासम मोहम्मद, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. कविराज शर्मा सुकॉन, और लोक सेवा मंत्री लच्मन पेंतिया शामिल थे। इसके अलावा, जूनियर मंत्री और कई वरिष्ठ अधिकारी भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।

Point of View

NationPress
07/08/2025

Frequently Asked Questions

भारत ने मॉरीशस को कितनी इलेक्ट्रिक बसें दी हैं?
भारत ने मॉरीशस को 10 इलेक्ट्रिक बसों की पहली बैच दी है।
ये बसें किस प्रकार की सहायता के तहत दी गई हैं?
ये बसें भारत सरकार द्वारा अनुदान सहायता के अंतर्गत उपलब्ध कराई गई हैं।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस पहल का मुख्य उद्देश्य मॉरीशस के हरित और टिकाऊ भविष्य की दिशा में एक कदम उठाना है।
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का क्या महत्व है?
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान भारत और मॉरीशस के रिश्तों को विस्तृत रणनीतिक साझेदारी का दर्जा दिया गया था।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने इस पहल के बारे में क्या कहा?
प्रधानमंत्री रामगुलाम ने इसे भारत-मॉरीशस के विशेष रिश्ते का प्रतीक बताया।