क्या भविष्य में भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जारी रहेगा? जगदंबिका पाल का बयान

सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन सिंदूर का अभियान जारी रहेगा।
- विपक्ष के दावों को जगदंबिका पाल ने नकारा।
- भारत ने सीजफायर में किसी अन्य देश की भूमिका को खारिज किया।
- प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है।
- कांग्रेस को पाकिस्तान की भाषा बोलने से परहेज करने की सलाह।
नई दिल्ली, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने साफ कर दिया है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ खत्म नहीं हुआ है, बल्कि इसे केवल रोका गया है। आतंकवादियों के खिलाफ यह अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा।
गुरुवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान उन्होंने विपक्ष के उन सवालों को निराधार बताया, जिसमें कहा जा रहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से भारत-पाक के बीच सीजफायर हुआ।
भाजपा सांसद ने कहा, "विपक्ष के पास हंगामा करने के अलावा कोई दूसरा काम नहीं है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी ने सदन में यह स्पष्ट किया कि जब पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारतीय डीजीएमओ से बातचीत शुरू की, तब जाकर भारत ने सीजफायर के लिए सहमति दी।"
पीएम मोदी ने सदन में स्पष्ट रूप से बताया कि दोनों देशों के बीच सीजफायर में किसी भी अन्य देश के किसी बड़े नेता की कोई भूमिका नहीं है। भारत ने किसी के कहने पर सीजफायर नहीं किया।
भाजपा सांसद ने कहा कि भारत का इरादा पाकिस्तानी नागरिकों के साथ युद्ध छेड़ने का नहीं है, बल्कि पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों और उनके सरपरस्तों को सजा देना था। उन्होंने दावा किया कि भारतीय सेना ने इस हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को मार गिराया है, जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी ने वादा किया था।
29 जुलाई को संसद के मानसून सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की विशेष चर्चा में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख को स्पष्ट करते हुए मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस की आलोचना की। संसद में खड़े होकर पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि दुनिया के किसी भी नेता ने हम पर सीजफायर के लिए दबाव नहीं डाला।
पीएम मोदी ने कांग्रेस को सलाह दी कि वे पाकिस्तान की भाषा न बोलें। उन्होंने कहा कि जिस तरह के सवाल पाकिस्तान उठाता है और सबूत मांगता है, वैसी भाषा विपक्ष को नहीं बोलनी चाहिए। इससे देश की सेना के शौर्य और पराक्रम पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।