क्या मध्य प्रदेश के भोपाल में कांग्रेस का प्रदर्शन 'बंदर के हाथ में उस्तरा' के साथ हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस विधायकों का प्रदर्शन भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ है।
- उमंग सिंघार ने बेरोजगारी और किसानों के मुद्दों को उठाया।
- प्रदर्शन का उद्देश्य जनता के अधिकारों और हितों की रक्षा करना है।
भोपाल, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन कांग्रेस विधायकों ने बेरोजगारी, किसानों की समस्याएं और कई अन्य मुद्दों को लेकर विधानसभा परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस के विधायक बंदर का मास्क पहने हुए और हाथ में उस्तरा भी लिए हुए नजर आए।
मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ विधानसभा परिसर में हंगामा किया। सरकार की नीतियों और निर्णयों के खिलाफ अपनी आपत्ति दर्शाते हुए कांग्रेस विधायक दल ने “बंदर के हाथ में उस्तरा” कहावत का सांकेतिक प्रदर्शन किया।
कांग्रेस का कहना है कि उनके इस प्रदर्शन का उद्देश्य यह बताना था कि भाजपा सरकार के हाथ में सत्ता का उस्तरा आ जाने से वह प्रदेश की जनता के हितों को निरंतर चोट पहुंचा रही है।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि बंदर रूपी भाजपा सरकार के हाथ में उस्तरा आ गया है और वह युवाओं के रोजगार, प्रदेश की स्वास्थ्य, कानून-व्यवस्था और किसानों के अधिकारों पर बेरहमी से उस्तरा चला रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है, स्वास्थ्य सुविधाएं बदहाल हैं, कानून-व्यवस्था अस्त-व्यवस्त है और किसान न्याय और अधिकारों के लिए तरस रहे हैं।
कांग्रेस नेता उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार जनता की मूल समस्याओं से मुंह मोड़कर केवल राजनीतिक स्टंट में लगी हुई है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक दल जनता की आवाज बनकर हर मोर्चे पर सरकार को कटघरे में खड़ा करता रहेगा। कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि वह प्रदेश की जनता के हितों, अधिकारों और सम्मान की रक्षा के लिए सड़कों से लेकर विधानसभा तक संघर्ष जारी रखेगी।
मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान कांग्रेस लगातार जनसमस्याओं को लेकर अनोखा प्रदर्शन कर रही है। इससे पहले कांग्रेस विधायक किसानों की समस्याओं को लेकर “चिड़िया चुग गई खेत” की झांकी के साथ प्रदर्शन कर चुके हैं।