क्या बिहार को राजद का जंगलराज नहीं चाहिए? केशव प्रसाद मौर्य का बयान

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क्या बिहार को राजद का जंगलराज नहीं चाहिए? केशव प्रसाद मौर्य का बयान

सारांश

बिहार विधानसभा चुनावों की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने राजद पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार को जंगलराज नहीं चाहिए। एनडीए की सरकार के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ रहा है। जानिए चुनावी माहौल और नेताओं के बयानों के बारे में।

Key Takeaways

  • बिहार विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
  • राजद पर हमला करते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने जंगलराज का जिक्र किया।
  • एनडीए सरकार को लेकर लोगों का विश्वास बढ़ा है।
  • पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होगा।

पटना, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। नोटिफिकेशन जारी होते ही शुक्रवार से नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत हो गई। चुनावी माहौल को और अधिक गरमाने के लिए पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से भी राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बिहार चुनाव के सह-प्रभारी के रूप में लगातार राज्य का दौरा कर रहे हैं, जबकि उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री दारा सिंह चौहान भी शुक्रवार को चुनावी दौरे पर बिहार पहुंच चुके हैं।

बिहार चुनाव के सह-प्रभारी केशव प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को राष्ट्रीय जनता पार्टी (राजद) पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "बिहार को राजद का जंगलराज नहीं चाहिए, जब माफिया और अपराधी सरताज थे।"

पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए उत्तर प्रदेश के कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है कि बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी। बिहार के लोग नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार पर भरोसा करते हैं और जिस तरह से डबल इंजन की सरकार ने बिहार में विकास का काम किया है, लोग उससे खुश हैं और पुनः बिहार में एनडीए सरकार लाने के लिए उत्सुक हैं।

उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव के 'हर घर नौकरी' वादे पर भी पलटवार किया। दारा सिंह चौहान ने कहा कि बिहार में लालू प्रसाद यादव की पहले भी सरकार रही है। प्रदेश की जनता को उनके वादे पर जरा भी भरोसा नहीं है।

उन्होंने यह भी कहा कि एनडीए में सब कुछ बिल्कुल ठीक है। सभी लोग मिलकर एनडीए की सरकार बनाने में जुट गए हैं।

ज्ञात हो कि बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शुक्रवार को शुरू हो गई, जिसमें 18 जिलों की 121 सीटों के लिए उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।

इस चरण के लिए मतदान 6 नवंबर को होना है और मतदान वाले जिलों में गोपालगंज, सीवान, पटना, मुजफ्फरपुर, वैशाली, नालंदा और दरभंगा भी शामिल हैं।

Point of View

वहीं एनडीए अपनी विकास योजनाओं के आधार पर विश्वास हासिल करने में जुटी है। यह चुनाव न केवल बिहार के लिए बल्कि देश के लिए भी महत्वपूर्ण है।
NationPress
10/10/2025

Frequently Asked Questions

बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखें क्या हैं?
बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर को होगा।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने किस पार्टी पर हमला बोला?
उन्होंने राष्ट्रीय जनता पार्टी (राजद) पर हमला बोला।
एनडीए सरकार के प्रति लोगों का विश्वास क्यों है?
लोगों का विश्वास एनडीए की विकास योजनाओं और नरेंद्र मोदी व नीतीश कुमार की सरकार पर है।