क्या बिहार कांग्रेस ने संगठन को प्रखंड और पंचायत तक मजबूत करने का लक्ष्य रखा है?
सारांश
Key Takeaways
- संगठन की मजबूती के लिए प्रखंड और पंचायत स्तर पर कार्य करना।
- भाजपा के खिलाफ वोट चोरी के खिलाफ ठोस मुहिम।
- 14 दिसंबर को दिल्ली में एक बड़ी रैली का आयोजन।
- जनता के मुद्दों पर कार्य करना।
- सघन दौरे करने का निर्णय।
पटना, 1 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनाव में महागठबंधन की हार के बाद, कांग्रेस ने दिल्ली से लेकर पटना तक समीक्षा करने का काम शुरू कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में सोमवार को एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य संगठन को प्रखंड और पंचायत स्तर पर मजबूत करना है।
बैठक में सभी जिलाध्यक्ष, प्रदेश के पदाधिकारी और फ्रंटल संगठनों के प्रमुख उपस्थित थे और उन्होंने बेबाकी से अपनी राय रखी। बैठक के बाद, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि हम वोट चोरी के खिलाफ ठोस मुहिम चलाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि संगठन को जिला से लेकर पंचायत तक सुदृढ़ करने पर हमारा ध्यान रहेगा। इसके साथ ही भाजपा द्वारा चुनाव आयोग के मिलीभगत से वोट चोरी के खिलाफ एक बड़ी रैली का आयोजन आगामी 14 दिसंबर को दिल्ली में किया जाएगा, जिसमें बिहार से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल होंगे।
राजेश राम ने बताया कि बैठक में पंचायतों तक कांग्रेस को मजबूत करने और सशक्त बूथ कमिटियों के गठन के लिए जिलाध्यक्षों के साथ विचार-विमर्श किया गया। इस दौरान, प्रदेश में सघन दौरे करने का निर्णय भी लिया गया। जनता के मुद्दों को लेकर कांग्रेस सड़क से सदन तक अपनी जिम्मेदारी निभाएगी।
बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावारू ने फ्रंटल संगठन प्रमुखों और सभी जिलाध्यक्षों से व्यक्तिगत चर्चा की और आगामी योजनाओं पर विस्तार से बातचीत की। देर शाम, पार्टी के सभी छह विधायकों के साथ अलग से मीटिंग की गई, जिसमें कृष्णा अल्लावारू और प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने भाग लिया।
गौरतलब है कि इससे पहले दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने बिहार के शीर्ष नेताओं, नवनिर्वाचित विधायकों और प्रत्याशियों के साथ बैठक आयोजित की थी, जिसमें चुनाव और संगठन को लेकर समीक्षा की गई थी। प्रदेश मुख्यालय में आयोजित इस बैठक में पूर्व सीएलपी डॉ. शकील अहमद खान, सभी जिलाध्यक्ष और वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।