क्या बिहार की जनता ने ईमानदार और पारदर्शी शासन को पुरस्कृत किया? : जेपी दलाल
सारांश
Key Takeaways
- ईमानदार शासन को जनता ने पुरस्कृत किया।
- नीतीश कुमार का 20 वर्षों का कार्यकाल महत्वपूर्ण है।
- जनता का जनादेश एक मजबूत संदेश है।
- कांग्रेस की पुरानी रणनीतियों पर सवाल उठाए गए।
- चुनाव प्रक्रिया अब पारदर्शी हो चुकी है।
भिवानी, १६ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद एनडीए खेमे में खुशी का माहौल है। इस दौरान हरियाणा के मंत्री जेपी दलाल ने बिहार की जनता द्वारा दिए गए जनादेश को ऐतिहासिक बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व की खुलकर सराहना की।
मंत्री जेपी दलाल ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "मैं बिहार की जनता को इस बड़े जनादेश के लिए बधाई देता हूं। उन्होंने देश को यह संदेश दिया है कि सुशासन की पहचान क्या होती है। नीतीश कुमार की 20 वर्षों की सरकार का पुनः चुनाव इस बात का संकेत है कि जनता ईमानदार और पारदर्शी शासन को पुरस्कृत करती है।"
उन्होंने आगे कहा कि यह स्पष्ट करता है कि जनता उन सरकारों के साथ खड़ी होती है जो ईमानदारी से कार्य करती हैं और जनहित को सर्वोपरि रखती हैं।
जेपी दलाल ने कांग्रेस पर वोट चोरी का आरोप लगाने की पुरानी राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "कांग्रेस जनता का दिल जीतने के बजाय वोट चोरी का नैरेटिव गढ़ने में लगी रहती है। उन्हें पहले से पता था कि उनके पास कोई समर्थन नहीं है, इसलिए उन्होंने हरियाणा का उदाहरण देते हुए वोटों में धांधली की बातें बनानी शुरू कर दीं।"
मंत्री ने कहा कि हरियाणा में लोग ऐसी बातों पर मजाक करते हैं, क्योंकि यहां लोग एक-एक वोट की सुरक्षा को गंभीरता से लेते हैं।
जेपी दलाल ने बताया कि हरियाणा में कांग्रेस के वोट चोरी अभियान के लिए बड़े अधिकारियों का दबाव है, लेकिन प्रदेश के स्थानीय कार्यकर्ता और नेता जानते हैं कि यह मुद्दा टिकने वाला नहीं है। हरियाणा में कांग्रेस के इस अभियान की दाल गलने वाली नहीं है।
उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि शुरुआती दशकों में कांग्रेस बूथ कैप्चर करती थी और बैलेट पेपर जलाए जाते थे, लेकिन देश की चुनाव व्यवस्था अब पूरी तरह पारदर्शी हो चुकी है। जहां कांग्रेस जीत जाती है, वहां सब कुछ ठीक रहता है। जहां हार जाती है, वहां धांधली का मुद्दा खड़ा कर देती है। यह राजनीति अब नहीं चलने वाली है।