क्या चिराग पासवान की पार्टी के सांसद राजेश वर्मा का बयान बिहार में अपराध की बढ़ती घटनाओं पर है?

सारांश
Key Takeaways
- राजेश वर्मा ने बिहार में बढ़ते अपराध पर चिंता जताई है।
- कानून-व्यवस्था की स्थिति में गिरावट आई है।
- सरकार को यूपी मॉडल को अपनाकर अपराध पर नियंत्रण करना चाहिए।
- बढ़ते अपराध से व्यापारियों के पलायन का खतरा है।
- पिछले 11 दिनों में 31 हत्याएं हुई हैं।
नई दिल्ली, 13 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। हाल ही के दिनों में बिहार की राजधानी पटना समेत कई जिलों में अपराध की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है। राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद के अलावा सत्ताधारी एनडीए के नेता भी इस स्थिति को मानने लगे हैं। चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (आर) के सांसद राजेश वर्मा ने भी बिहार में बढ़ते अपराधों को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है।
राजेश वर्मा ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "हालांकि हम एनडीए के सहयोगी दल हैं, लेकिन हमें ईमानदारी से यह स्वीकार करना होगा कि बिहार में अपराध का स्तर बढ़ा है। कानून-व्यवस्था में गिरावट आई है, और इससे कोई इनकार नहीं कर सकता। लेकिन तेजस्वी यादव और पप्पू यादव को सरकार पर सवाल उठाने से पहले यह सोचना चाहिए कि जब उनकी पार्टी सत्ता में थी, तब राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति क्या थी।"
उन्होंने आगे कहा, "एनडीए के कार्यकाल में अगर कहीं अपराध होता है, तो अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करना सुनिश्चित किया जाएगा। मैं बार-बार कहता हूं कि बिहार में अपराध नियंत्रण के लिए यूपी मॉडल को अपनाने की आवश्यकता है। सरकार को जिला स्तर पर अपराधियों की सूची बनानी चाहिए और आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए। जब तक ऐसा नहीं होगा, तब तक अपराध पर नियंत्रण नहीं पाया जा सकता।"
लोजपा (आर) के सांसद ने कहा कि अपराधियों का मनोबल इस कदर बढ़ चुका है कि पटना, जहां मुख्यमंत्री, डीजीपी, मुख्य सचिव, मंत्री और अधिकारी उपस्थित होते हैं, वहां हर दिन घटनाएं घट रही हैं। लगातार बढ़ती आपराधिक घटनाएं यह दर्शाती हैं कि अपराधियों में प्रशासन और सरकार का डर खत्म हो चुका है। यदि सरकार समय रहते आवश्यक कदम नहीं उठाती, तो व्यापारियों का पलायन शुरू हो जाएगा, जिससे राज्य का विकास प्रभावित होगा।
पिछले एक सप्ताह में पटना सहित बिहार के कई जिलों में अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं। पिछले 11 दिनों में कम से कम 31 लोगों की हत्या हो चुकी है। बढ़ते अपराध के कारण मुख्य विपक्षी पार्टी राजद और इसके सहयोगी दल राज्य की नीतीश सरकार पर हमला कर रहे हैं।