क्या बिहार में स्नातक युवाओं को मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना का लाभ मिलेगा?

सारांश
Key Takeaways
- योजना का उद्देश्य: बेरोजगार युवाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना।
- लाभार्थियों की उम्र: 20-25 वर्ष के स्नातक युवा।
- आर्थिक सहायता: प्रति माह 1,000 रुपए।
- कौशल विकास: नि:शुल्क प्रशिक्षण का प्रावधान।
- लक्ष्य: हर साल 5 लाख लाभार्थियों को सहायता।
भागलपुर, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा आरंभ की गई मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत अब स्नातक उत्तीर्ण युवक-युवतियों को मुख्यमंत्री निश्चय सहायता भत्ता योजना का लाभ मिलेगा।
इस योजना का शुभारंभ भागलपुर के समीक्षा भवन में लाइव प्रसारण के माध्यम से किया गया। इस मौके पर भागलपुर के उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह, जिला योजना पदाधिकारी मोनू कुमार, जिला प्रबंधक डीआरसीसी भागलपुर एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
बिहार सरकार की इस योजना को और भी प्रभावी बनाने के लिए अब स्नातक (कला, विज्ञान, वाणिज्य) उत्तीर्ण युवाओं को भी इसमें शामिल किया गया है।
इस योजना का उद्देश्य बेरोजगार युवाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना और उन्हें रोजगार या स्वरोजगार के लिए सक्षम बनाना है। योजना में 20-25 वर्ष की उम्र के उन युवक-युवतियों को शामिल किया गया है जो स्नातक हैं और बेरोजगार हैं। लेकिन, इस योजना का लाभ उन व्यक्तियों को नहीं मिलेगा जो पढ़ाई कर रहे हैं या सरकारी या गैर-सरकारी नौकरी में हैं।
योजना के तहत लाभार्थियों को स्वयं सहायता भत्ता के रूप में दो वर्षों तक प्रति माह 1,000 रुपए दिए जाएंगे। इसके अलावा, बिहार श्रम संसाधन विभाग द्वारा उन्हें नि:शुल्क कौशल विकास प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा।
राज्य सरकार का लक्ष्य है कि हर साल लगभग 5 लाख लाभार्थियों को इस योजना का लाभ मिले। इस योजना पर लगभग 600 करोड़ रुपए सालाना खर्च होने का अनुमान है। डीआरसीसी के अधिकारियों ने बताया कि यह योजना 2 अक्टूबर 2016 से लागू है।