क्या बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' पूरी तरह फ्लॉप रही?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार की विपक्षी वोटर अधिकार यात्रा को 'फ्लॉप' करार दिया गया।
- डिप्टी सीएम ने कांग्रेस और सपा पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया।
- संभल रिपोर्ट पर कैबिनेट में चर्चा होगी।
- बिहार में एनडीए की सरकार बनने की उम्मीद जताई जा रही है।
- राज्य में हिंदू समाज की भावनाओं को आहत मानते हुए कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और मंत्री अनिल राजभर ने मंगलवार को संभल मामले और बिहार में विपक्ष की वोटर अधिकार यात्रा पर तीखा हमला किया। तीनों नेताओं ने कांग्रेस और सपा पर तुष्टीकरण और भ्रामक राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार की जनता ने विपक्ष को पूरी तरह नकार दिया है।
कैबिनेट बैठक और संभल रिपोर्ट पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि आज कैबिनेट की बैठक होने वाली है, जिसमें विषयों की स्पष्टता होगी। संभल की रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी गई है, और अगली कार्रवाई का निर्णय कैबिनेट के बाद किया जाएगा।
बिहार की वोटर अधिकार यात्रा पर उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा कि यह एक फ्लॉप शो साबित हुआ है। कांग्रेस के नेता और नेता विपक्ष केवल मीडिया में बने रहने के लिए ऐसी यात्राएं कर रहे हैं। राहुल गांधी ने महाराष्ट्र पर बोलना बंद कर दिया है क्योंकि जिस एजेंसी की रिपोर्ट पर वह टिप्पणी कर रहे थे, उसने अपनी रिपोर्ट वापस ले ली है। राहुल गांधी की संविधानिक संस्थाओं और केंद्र सरकार को बदनाम करने की प्रवृत्ति से बाज नहीं आते।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि अखिलेश यादव पूरी तरह फ्रस्ट्रेशन में हैं। वह बिहार से लौटकर आए हैं, जबकि वहां एनडीए की सरकार बहुमत से बनने जा रही है। उन्हें अपनी कार्यकाल की गतिविधियों पर विचार करना चाहिए था। उनकी सरकार में लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई गई थीं।
संभल की रिपोर्ट पर पाठक ने कहा कि कैबिनेट में चर्चा होगी। उन्होंने कांग्रेस और सपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन दलों ने तुष्टीकरण की राजनीति की है। हिंदू समाज को आहत महसूस हो रहा है और सपा ने जनसांख्यिकी में असफल बदलाव लाने की कोशिश की।
मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि जब संभल की रिपोर्ट आएगी, तब वह किसी से छिपी नहीं रहेगी। रिपोर्ट देखकर सभी की आंखें खुल जाएंगी। रिपोर्ट के आधार पर सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। जिन्हें घर छोड़ने पर मजबूर किया गया, उन्हें वापस लाया जाएगा और उन्हें सुरक्षित रहने का माहौल दिया जाएगा।