क्या बिहार में एनडीए सरकार बनने जा रही है? महागठबंधन का अस्तित्व खतरे में: दिनेश शर्मा
सारांश
Key Takeaways
- एनडीए सरकार का गठन संभव है।
- महागठबंधन का अस्तित्व संकट में है।
- महिलाओं ने पहले चरण में बड़ी संख्या में मतदान किया।
- प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नेतृत्व महत्वपूर्ण है।
- बिहार में विकास की गति बढ़ी है।
लखनऊ, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान समाप्त हो चुका है। भाजपा के राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने बिहार में एनडीए सरकार के गठन का दावा करते हुए कहा कि महागठबंधन का अस्तित्व अब संकट में है।
दिनेश शर्मा ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "बिहार की जनता बड़ा बदलाव लाने के लिए तैयार है, क्योंकि राजद और कांग्रेस का अस्तित्व अब खतरे में है। पहले चरण के मतदान में महिलाएं बड़ी संख्या में आने वाली थीं और प्रधानमंत्री मोदी के प्रति सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। पिछली बार की तुलना में जनता ने रिकॉर्ड तोड़ मतदान किया है।"
उन्होंने आगे बताया कि इस बार मतदान का उत्साह पहले से कहीं अधिक है, जो संकेत देता है कि एनडीए पहले चरण में अधिकतम सीटें जीतने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार लगातार विकास की ओर बढ़ रहा है और जनता का विश्वास भी बढ़ रहा है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा पर हुए हमले के संदर्भ में दिनेश शर्मा ने कहा, "ये लोग सत्ता के सपनों में इतनी हिंसा फैला रहे हैं। पिछली बार जब ये सत्ता में थे, तब भी इन्होंने यही किया था और अब भी ये अराजकता फैला रहे हैं।"
ज्ञात हो कि लखीसराय में विजय सिन्हा के काफिले पर हमला हुआ, जब राजद समर्थकों के समूह ने उपमुख्यमंत्री के वाहन को घेर लिया। इस दौरान कुछ उपद्रवियों ने काफिले पर पथराव करने का प्रयास किया।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने घटना का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें और सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण चुनाव प्रचार सुनिश्चित करें।
दिनेश शर्मा ने कहा, "राहुल गांधी के बयानों में जनता के प्रति गंभीरता का अभाव है, क्योंकि सभी जानते हैं कि वे केवल सनसनी फैलाते हैं और फिर गायब हो जाते हैं।"