क्या बिहार की एनडीए सरकार ऐतिहासिक निर्णय ले रही है?

सारांश
Key Takeaways
- डोमिसाइल नीति से स्थानीय युवाओं को नौकरी में प्राथमिकता मिलेगी।
- बुजुर्गों और विधवाओं के लिए पेंशन में वृद्धि की गई है।
- 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा।
- एनडीए सरकार का विकास में योगदान।
- सरकार की विश्वास का महत्व।
पटना, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की सरकार ने शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नीति लागू करने का निर्णय लिया है, जिसकी सराहना सत्ता पक्ष द्वारा की जा रही है। इस बीच, बिहार के मंत्री संतोष कुमार सुमन ने इसे ऐतिहासिक निर्णय के रूप में वर्णित करते हुए कहा कि बिहार की एनडीए सरकार लगातार ऐतिहासिक फैसले ले रही है।
पटना में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह एक क्रांतिकारी और ऐतिहासिक फैसला है। यह निर्णय केवल एनडीए सरकार के तहत ही संभव था। बिहार सरकार युवाओं, किसानों, महिलाओं और छात्रों के हित में काम कर रही है। जनता का विश्वास हमारे साथ है। हाल के दिनों में बुजुर्गों और विधवाओं के लिए सामाजिक पेंशन की राशि में भी वृद्धि की गई है। इसके साथ ही, 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा की गई। ये सभी ऐतिहासिक निर्णय हैं। बिहार में इस तरह के क्रांतिकारी निर्णय पहले कभी नहीं हुए थे। इसके अलावा, सरकार सभी क्षेत्रों में काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार विश्वास की सरकार है और जनता हमारे साथ है। उन्होंने यह भी दावा किया कि 2025 में एनडीए की सरकार फिर से बनेगी।
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के 'नकलची सरकार' कहने पर उन्होंने कहा कि किसी के बोलने से कुछ नहीं होता। सपना देखने से कुछ नहीं होता, वास्तविकता यह है कि एनडीए की सरकार है और हमारे मुखिया नीतीश कुमार हैं। जो भी कार्य होगा, वह यही सरकार करेगी। तेजस्वी यादव केवल बातें कर रहे हैं। न उनकी सरकार आएगी, न वे कुछ करेंगे। वे पहले से ही हवाबाजी में माहिर हैं।
उन्होंने कहा कि जिनको छोटी बात की जानकारी नहीं है, उन्हें बिहार की जनता कभी मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी। उन्हें सीखना चाहिए और दलित बस्तियों में जाकर खाना खाना चाहिए।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के प्रस्तावित वोट अधिकार यात्रा पर उन्होंने कहा कि इससे उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। दोनों युवा हैं, लेकिन भटके हुए युवा हैं। बिहार तो ज्ञान और मोक्ष की धरती है। वे अभी सरकार नहीं बना पाएंगे, लेकिन उन्हें लाभ जरूर होगा।