क्या बीजापुर में एक युवक की निर्मम हत्या की गई?
सारांश
Key Takeaways
- बीजापुर में एक युवक की निर्मम हत्या हुई है।
- पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
- स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है।
- नक्सली गतिविधियों का संदेह है।
- हत्या की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
बीजापुर, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के बीजापुर जिले में एक चौंकाने वाली हत्या की घटना उजागर हुई है। पामेड थाना क्षेत्र के ग्राम एर्रापल्ली में शुक्रवार रात करीब 10 बजे 22 वर्षीय युवक पूनम बुधरा की निर्मम हत्या कर दी गई। पूनम बुधरा, जो जोगा का पुत्र था, एर्रापल्ली गांव का निवासी था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, रात के समय दो अज्ञात व्यक्ति मृतक के घर में घुसे। उन्होंने सबसे पहले पूनम के मुंह में कपड़ा ठूंस दिया ताकि वह चिल्ला न सके। इसके बाद, कुल्हाड़ी से कई वार करके उसकी हत्या कर दी। हमलावरों ने यह वारदात इतनी तेजी से की कि परिवार वाले कुछ समझ पाते, उससे पहले ही वे फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलने पर गांव में दहशत फैल गई और ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
पुलिस को प्राप्त प्रारंभिक जानकारी के आधार पर, थाना पामेड से एक पुलिस टीम तुरंत घटनास्थल की ओर रवाना हुई। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने घटना की पुष्टि की और आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। एक जांच टीम गठित की गई है, जो हमलावरों की तलाश में जुट गई है।
यह क्षेत्र लंबे समय से नक्सली गतिविधियों का गढ़ रहा है। यहां अक्सर ग्रामीणों को पुलिस मुखबिर समझकर या अन्य कारणों से निशाना बनाया जाता है। हालांकि, इस घटना में किसी संगठन ने अभी तक जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन स्थानीय स्तर पर संदेह नक्सलियों पर जाता है। बीजापुर जिला नक्सल हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से एक है। यहां सड़क निर्माण, विकास कार्यों या पुलिस सहयोग के शक में लोग अक्सर निशाना बनते रहे हैं।
पुलिस का कहना है कि घटना की गहराई से जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। यदि यह नक्सली वारदात साबित हुई, तो सुरक्षा बलों का अभियान और तेज हो सकता है।