क्या भाजपा के लोग दोहरे चरित्र वाले हैं? भारत-पाक मैच पर कांग्रेस नेता राजेश ठाकुर

सारांश
Key Takeaways
- राजेश ठाकुर ने भारत-पाक क्रिकेट मैच की राजनीतिक संवेदनशीलता पर सवाल उठाए।
- भाजपा नेताओं के कथनी और करनी में अंतर का जिक्र किया गया।
- नेपाल में नई प्रधानमंत्री के आने से शांति बहाल होने की उम्मीद जताई गई।
रांची, 13 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस नेता राजेश ठाकुर ने एशिया कप में 14 सितंबर को भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले क्रिकेट मैच पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते हैं, तो दोनों देशों के बीच क्रिकेट मैच कैसे हो सकता है?
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि इस मैच के संबंध में स्पष्ट जवाब केंद्र सरकार को ही देना चाहिए।
भाजपा नेताओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वे कहते हैं कि पानी और खून साथ नहीं बह सकते हैं, ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी है, तो फिर भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच कैसे हो रहा है।
उन्होंने कहा कि देश में एक ऐसा माहौल बना दिया गया है, जिससे यह आभास होता है कि सरकार पाकिस्तान को खत्म कर देगी। लेकिन, जब बात खेल की होती है, तब सबकुछ भुलाकर क्रिकेट मैच खेलने के लिए तैयार हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि देश की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, और देश के लोग इस मैच को लेकर क्रोधित हैं।
पहलगाम आतंकी घटना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकियों ने हमारी माताओं-बहनों का जीवन बर्बाद किया। इसके बाद ऑपरेशन सिंदूर हुआ। कई बड़ी बातें की गईं। लेकिन, अगर हम पाकिस्तान के साथ खेलते हैं, तो भाजपा नेताओं के कथनी और करनी में अंतर साफ दिखाई देगा।
उन्होंने कहा कि इसलिए हम भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं को दोहरे चरित्र वाला मानते हैं।
नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की के शपथ ग्रहण पर कांग्रेस नेता ने कहा कि निश्चित रूप से यह हम सभी के लिए खुश होने की बात है। नेपाल में फिर से शांति बहाल होने जा रही है। सुशीला कार्की का चयन बहुत अच्छा है और इससे नेपाल के लोगों को लाभ होगा। हमें विश्वास है कि नेपाल, जो कि एक शांतिप्रिय देश है, में शांति बनी रहेगी।
बता दें कि नेपाल में हाल में हुए विरोध प्रदर्शन के बाद से वहां की स्थिति काफी तनावपूर्ण बनी हुई थी। अंतरिम पीएम के सामने आने के बाद उम्मीद की जा रही है कि वहां फिर से शांति बहाल होगी।