क्या गरीब कल्याण और मजबूत संगठन ही पार्टी की प्राथमिकता है? : भाजपा महामंत्री धर्मपाल सिंह

सारांश
Key Takeaways
- गरीबों का कल्याण भाजपा की प्राथमिकता है।
- कांग्रेस और सपा की नीतियों की आलोचना।
- मोदी सरकार की विभिन्न योजनाओं का उल्लेख।
- मजबूत संगठनात्मक ढांचे पर जोर।
- पंचायत चुनाव के लिए तैयारी आवश्यक।
रायबरेली, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने रविवार को रायबरेली के दौरे के दौरान विभिन्न बैठकों में पार्टी पदाधिकारियों के साथ संवाद किया और संगठनात्मक गतिविधियों की समीक्षा की। इस क्रम में उन्होंने अनुसूचित जाति वर्ग के पदाधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि गरीब, दलित, वंचित और पिछड़े वर्ग की आर्थिक और सामाजिक मजबूती भाजपा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने कांग्रेस और सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इन दलों ने आजादी के बाद दशकों तक सत्ता में रहते हुए भी गरीबों को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया।
इनके कल्याण के नाम पर शुरू की गई योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गईं, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा सरकारें गरीब कल्याण के एजेंडे पर कार्य कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के सामाजिक न्याय के सिद्धांतों के अनुसार, मोदी सरकार ने गरीबों को मुफ्त राशन, पक्का मकान, शुद्ध पेयजल, मुफ्त इलाज, किसान सम्मान निधि और उज्ज्वला योजना जैसी योजनाएं देकर सशक्त किया है।
इसी क्रम में, धर्मपाल सिंह ने मंडल अध्यक्षों और शक्ति केंद्र संयोजकों के साथ बैठक कर आगामी कार्यक्रमों और अभियानों की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव को ध्यान में रखते हुए अभी से संगठनात्मक मजबूती पर ध्यान देना होगा।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि 'बूथ जीता तो चुनाव जीता' के मंत्र को आधार बनाकर हर बूथ पर संगठन की सक्रियता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि बूथ समितियों के पास मतदाता सूची की पूरी जानकारी होनी चाहिए और कार्यकर्ताओं को केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचानी चाहिए। मंडल से लेकर बूथ तक सक्रिय संगठन ही भाजपा की असली पूंजी है। बैठक में सेवा पखवाड़ा, पंचायत चुनाव और संगठनात्मक गतिविधियों को लेकर भी दिशा-निर्देश दिए गए।