क्या भाजपा विधायक दल की बैठक पटना में मंगलवार को होगी?
Key Takeaways
- भाजपा विधायक दल की बैठक का आयोजन महत्वपूर्ण है।
- राजनीति में बिहारी संस्कृति का सम्मान होना चाहिए।
- उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के बयान ने विपक्ष को निशाना बनाया।
- राजद प्रमुख लालू यादव की बेटी पर आरोपों का राजनीतिक प्रभाव।
पटना, 17 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की भव्य जीत के बाद, भारतीय जनता पार्टी ने विधायक दल की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया है। राज्य में सरकार के गठन की प्रक्रिया के तहत यह बैठक अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा विधायक दल की बैठक मंगलवार सुबह 10 बजे होगी। यह बैठक पटना के अटल सभागार में आयोजित की जाएगी, जिसमें विधायक दल के नेता की घोषणा की जा सकती है।
इससे पहले, बिहार में एनडीए की जीत पर उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि यह जनादेश राज्य की जनता द्वारा दिया गया है। उन्होंने विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार की जनता द्वारा दिया गया जनादेश कांग्रेस-राजद गठबंधन के लिए आत्मचिंतन का विषय है। उन्होंने कहा कि जो लोग छठ मईया का मजाक उड़ाते थे, आज वे खुद मजाक बन चुके हैं।
उन्होंने आगे कहा, "यह जनादेश बिहारी संस्कृति और परंपराओं के खिलाफ अपमान करने वालों के खिलाफ है। भगवान भास्कर और छठ का अपमान करने वालों को अब इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे। राजद और कांग्रेस के युवराज, जिन्होंने भगवान भास्कर और छठी मईया का अपमान किया, आज उनकी शक्ति समाप्त हो गई है। अब राजनीति चरित्र की होगी, चतुराई की नहीं।"
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि राजनीति में बिहारी लोगों और उनकी सांस्कृतिक विरासत का सम्मान होना चाहिए, तभी सही मायने में बिहार का नेतृत्व किया जा सकता है।
राजद प्रमुख लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य पर आरोपों को लेकर उपमुख्यमंत्री ने कहा, "यह शक्ति, बेटियों, बहनों और माताओं का अपमान है। यह हमारी सनातन संस्कृति के सम्मान की बात है। जहां ऐसे आंसू बहते हैं, वहां न शांति होती है और न सुख। उसका विनाश और क्षय निश्चित है। जिस घर में पिता की बेटी का अपमान होता है, जहां पिता के बेटों को दरकिनार किया जाता है, वह जबरन राजनीति में घसीटा जाना उसके अपने कर्मों का परिणाम है।"