क्या क्राउन प्रिंस ने पीएम मोदी को म्यूजियम से एयरपोर्ट तक छोड़ा?
सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा जॉर्डन और इथियोपिया के बीच संबंधों को मजबूत करने का एक मौका है।
- क्राउन प्रिंस ने पीएम मोदी को म्यूजियम से एयरपोर्ट तक छोड़ा।
- जॉर्डन म्यूजियम देश की समृद्ध संस्कृति का प्रतीक है।
- दोनों देशों ने आर्थिक संबंधों को और प्रगाढ़ करने की इच्छा जताई।
- इथियोपिया अब अफ्रीका का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है।
अम्मान, 16 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिडिल ईस्ट के देश जॉर्डन से अफ्रीकी देश इथियोपिया की ओर प्रस्थान किया। इस मौके पर उन्हें क्राउन प्रिंस अल हुसैन बिन अब्दुल्ला द्वितीय ने विदाई दी। इससे पहले, वे एक कार में बैठकर जॉर्डन म्यूजियम भी पहुँचे थे। जब पीएम मोदी गेस्ट बुक में अपने विचार साझा कर रहे थे, उस समय क्राउन प्रिंस हुसैन उनके साथ मौजूद थे।
द जॉर्डन म्यूजियम देश की प्राचीन और समृद्ध संस्कृति का प्रतीक है। यह संग्रहालय जॉर्डन आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र है, जहाँ जॉर्डन के 15 लाख साल पुराने इतिहास की झलक मिलती है।
बाद में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस दौरे के महत्वपूर्ण क्षणों की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, "भारत और जॉर्डन के बीच प्राचीन संबंधों की खोज! विकास भी, विरासत भी! पीएम नरेंद्र मोदी और महामहिम क्राउन प्रिंस अल-हुसैन बिन अब्दुल्ला द्वितीय ने जॉर्डन म्यूजियम का दौरा किया, जहाँ उन्होंने भारत और जॉर्डन के बीच साझा सभ्यतागत संबंधों और सदियों पुराने कनेक्शन पर विचार किया। उन्हें जॉर्डन म्यूजियम की वाइस-चेयर एचआरएच प्रिंसेस सुमाया बिंत अल हसन ने म्यूजियम का एक विशेष टूर कराया।"
उन्होंने आगे कहा, "एक खास अंदाज में, एचआरएच क्राउन प्रिंस ने स्वयं पीएम नरेंद्र मोदी को जॉर्डन म्यूजियम तक गाड़ी चलाकर ले गए।"
इससे पहले इंडिया-जॉर्डन बिजनेस फोरम में पीएम मोदी और किंग अब्दुल्ला ने द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने की इच्छा व्यक्त की। पीएम मोदी ने मंगलवार को अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान समय में भारत में जॉर्डन के निवेशकों के लिए नए अवसर खुल रहे हैं और यहाँ के निवेशक भारत में निवेश कर अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
वहीं, किंग अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को भारत के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया। किंग अब्दुल्ला ने कहा कि, "प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने अविश्वसनीय प्रगति की है।"
उन्होंने आगे कहा कि हम अपनी आर्थिक साझेदारी को और ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए सभी के साथ काम करने के लिए तत्पर हैं।
किंग ने कहा, "यह मंच भारत और अम्मान के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगा। इन वार्ताओं से दोनों देशों के बीच आर्थिक और निवेश सहयोग में वृद्धि होने की उम्मीद है।"
जॉर्डन की सफल यात्रा के बाद, पीएम मोदी इथियोपिया के लिए रवाना हो गए, जो एक ऐसा अफ्रीकी देश है जिस पर कभी किसी यूरोपीय शक्ति ने कब्जा नहीं किया।
आबादी के मामले में भी यह देश काफी बड़ा है। लगभग 13 करोड़ 21 लाख लोगों (2024) के साथ, इथियोपिया नाइजीरिया के बाद अफ्रीका का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है। भौगोलिक रूप से, यह उत्तर-पूर्वी अफ्रीका में स्थित है और इसे 'उत्पत्ति की मनमोहक भूमि' कहा जाता है।