क्या उत्तर प्रदेश में सीबीआई ने डाक विभाग के अधिकारी को रिश्वत लेते हुए पकड़ा?

सारांश
Key Takeaways
- सीबीआई की कार्रवाई ने भ्रष्टाचार को उजागर किया।
- शिकायतकर्ता की साहसिकता ने मामला उजागर किया।
- रिश्वतखोरी पर सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
मऊ, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने डाक विभाग के एक अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई मऊ जिले के मोहम्मदाबाद गोहना पोस्ट ऑफिस में तैनात मेल ओवरसीयर के खिलाफ की गई।
अधिकारी पर १०,००० रुपए की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने का आरोप है।
सीबीआई ने इस मामले में गुरुवार को केस दर्ज किया और उसी दिन कार्रवाई करते हुए मेल ओवरसीयर को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी एक जाल बिछाकर की गई, जिसमें आरोपी को शिकायतकर्ता से रिश्वत की रकम लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया।
शिकायतकर्ता ग्रामीण डाक सेवक ब्रांच पोस्ट मास्टर हैं, जो कि ब्रांच ऑफिस बंदिकला, सब ऑफिस मोहम्मदाबाद गोहना, आजमगढ़ डिवीजन, जिला मऊ में कार्यरत हैं। शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने एक महीने की छुट्टी के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था, जिसे ऑनलाइन मैसेज के माध्यम से स्वीकृत कर दिया गया था।
हालांकि, इसके बावजूद सब डिविजनल इंस्पेक्टर (एसडीआई) ने छुट्टी को स्वीकृति देने और ड्यूटी से मुक्त करने के बदले में १०,००० रुपए की अवैध मांग की। यह रकम शिकायतकर्ता से मेल ओवरसीयर के माध्यम से मांगी गई थी।
शिकायतकर्ता ने इस अनुचित मांग की सूचना सीबीआई को दी, जिसके बाद टीम ने मेल ओवरसीयर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। तय योजना के तहत, जैसे ही मेल ओवरसीयर ने १०,००० रुपए की रिश्वत ली, सीबीआई ने उसे रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
सीबीआई ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसे जल्द ही संबंधित न्यायालय में पेश किया जाएगा। मामले की आगे की जांच जारी है।