क्या केरल कांग्रेस में संगठनात्मक फेरबदल ने नई दिशा दी है?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस ने वायनाड डीसीसी में नई नियुक्तियों की घोषणा की।
- टीजे इसाक को नया अध्यक्ष बनाया गया है।
- एनडी अप्पाचन को एआईसीसी में सह-मनोनित सदस्य नियुक्त किया गया।
- पार्टी में असंतोष का माहौल खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है।
- नए नेतृत्व से संगठन में नई ऊर्जा की उम्मीद है।
तिरुवनंतपुरम, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को वायनाड जिला कांग्रेस कमेटी (डीसीसी) में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन करते हुए संगठनात्मक स्तर पर नई नियुक्तियों की घोषणा की। जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने एडवोकेट टीजे इसाक को वायनाड जिला कांग्रेस समिति का अध्यक्ष नियुक्त करने के प्रस्ताव को तुरंत मंजूरी दे दी है।
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष ने एनडी अप्पाचन को केरल से एआईसीसी का सह-मनोनित सदस्य बनाया है। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा जारी इस प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि यह नियुक्ति भी तुरंत प्रभाव से लागू होगी।
सूत्रों के अनुसार, वायनाड कांग्रेस इकाई में आंतरिक गुटबाजी और नेतृत्व संघर्ष के चलते संगठन में असंतोष का माहौल था। इसकी वजह से एनडी अप्पाचन ने अपने पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया। हालांकि, अप्पाचन ने मीडिया से बातचीत में इस बात की पुष्टि की थी कि उन्होंने पार्टी को अपने इस्तीफे की जानकारी दे दी है, और अब यह केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) पर निर्भर करता है कि वह इसे स्वीकार करती है या नहीं।
हालांकि, अप्पाचन को संगठन से बाहर नहीं किया गया है। कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें एआईसीसी में सह-मनोनित सदस्य बनाकर सम्मानपूर्वक नई जिम्मेदारी दी है। इसे पार्टी के भीतर संतुलन बनाए रखने के लिए एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है।
नए नियुक्त वायनाड डीसीसी अध्यक्ष एडवोकेट टीजे इसाक को पार्टी के एक सक्रिय और जमीनी नेता के रूप में जाना जाता है। पार्टी को उम्मीद है कि वे संगठन में नई ऊर्जा लाएंगे और पार्टी की नीतियों को वायनाड के हर कोने तक पहुंचाने का कार्य करेंगे।