क्या चमोली आपदा से प्रभावित 10 लोग लापता हैं? सीएम धामी ने राहत कार्यों में तेजी के निर्देश दिए!

सारांश
Key Takeaways
- चमोली में भारी बारिश और बादल फटने की घटना हुई।
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राहत कार्यों में तेजी लाने का आदेश दिया।
- 10 लोग लापता हैं, जिनमें महिलाएं और पुरुष शामिल हैं।
- स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ राहत कार्यों में जुटे हैं।
- भाजपा सांसद अनिल बलूनी ने स्थिति पर चिंता व्यक्त की।
देहरादून, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर घाट क्षेत्र में बुधवार को हुई अत्यधिक बारिश और बादल फटने की घटना ने भयावह तबाही मचाई है। इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए ईश्वर से सभी की सुरक्षा की प्रार्थना की और राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पर लिखा, "जनपद चमोली के नंदानगर घाट क्षेत्र में हुई विनाशकारी बारिश के कारण हुए नुकसान की जानकारी मिली है। स्थानीय प्रशासन, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य कर रही हैं। मैं प्रशासन के संपर्क में हूं और स्थिति पर ध्यान दे रहा हूं। ईश्वर से सभी के सुरक्षित रहने की प्रार्थना करता हूं।"
भाजपा सांसद अनिल बलूनी ने उत्तराखंड में भूस्खलन की घटनाओं पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने बद्रीनाथ हाईवे से संबंधित भूस्खलन का एक वीडियो साझा किया।
अनिल बलूनी ने लिखा, "उत्तराखंड में इस वर्ष आई भीषण बारिश और भूस्खलन ने कई घाव दिए हैं, जिन्हें भरने में समय लगेगा। कल शाम आपदा प्रभावित क्षेत्र में भूस्खलन का एक भयानक दृश्य साझा कर रहा हूं। यह दिखाता है कि हमारा उत्तराखंड कितनी भीषण प्राकृतिक आपदा का सामना कर रहा है। मैं बाबा केदारनाथ से सभी की सुरक्षा और स्वास्थ्य की कामना करता हूं। इस कठिन समय में सभी अधिकारियों, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों की सराहना करता हूं।"
जानकारी के अनुसार, चमोली के नंदानगर में कुल 10 लोग लापता हैं, जिनमें ग्राम कुंतरी के कुंवर सिंह (42 वर्ष), कांता देवी (38 वर्ष), विकास, विशाल, नरेंद्र सिंह, जगदंबा प्रसाद, भागा देवी, और देवेश्वरी देवी शामिल हैं। इसके अलावा, धुरमा गांव के लापता लोगों में गुमान सिंह और ममता देवी हैं।