क्या छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का दिन है? प्रधानमंत्री मोदी ने नए विधानसभा भवन का उद्घाटन किया
सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का उद्घाटन समारोह छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक है।
- नया विधानसभा भवन आधुनिकता और परंपरा का संगम है।
- अटल बिहारी वाजपेयी की विरासत को समर्पित किया गया है।
रायपुर, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ की अपनी यात्रा के दौरान नवा रायपुर में नए विधानसभा भवन का उद्घाटन किया। इसके साथ ही, उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण भी किया। अटल बिहारी वाजपेयी की दूरदर्शिता ने 2000 में राज्य गठन की नींव रखी थी।
यह भव्य विधानसभा भवन आधुनिकता और परंपरा का एक सुंदर संगम है। इसे ग्रीन बिल्डिंग अवधारणा के तहत बनाया गया है और इसे पूरी तरह से सौर ऊर्जा पर संचालित करने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही, भवन में वर्षा जल संचयन प्रणाली भी स्थापित की गई है, जो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए राज्य के कई निवासियों ने इस ऐतिहासिक क्षण को देखने पर खुशी जताई।
रायपुर के एक निवासी ने कहा, "यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि आज हमारे राज्य का स्थापना दिवस है। अटल बिहारी वाजपेयी ने छत्तीसगढ़ को एक समृद्ध राज्य बनाने का सपना देखा था। आज प्रधानमंत्री मोदी ने उस सपने को पूरा किया है। नई विधानसभा को खूबसूरती से सजाया गया है। हम उनके आभारी हैं।"
एक अन्य निवासी ने राष्ट्र प्रेस को बताया, "यह छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए गर्व का क्षण है। अटल जी ने इस राज्य का निर्माण किया था और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह अभूतपूर्व विकास का साक्षी बन रहा है। छत्तीसगढ़ का होने पर मैं खुद को सचमुच धन्य महसूस करता हूं, जो अब अपने गठन के 25 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है।"
तीसरे व्यक्ति ने कहा, "आज गर्व और उत्सव का दिन है। नई विधानसभा के उद्घाटन के साथ चारों ओर उत्सव का माहौल है। हम अपने राज्य को दिए गए इस उपहार के लिए प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद करते हैं।"
शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी ने जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि पूरा देश अपनी सांस्कृतिक विरासत को संजोकर रखते हुए विकास को अपनाकर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, "परंपरा और प्रगति के बीच सामंजस्य की यह भावना हमारी सरकार की हर नीति और निर्णय में परिलक्षित होती है।"
छत्तीसगढ़ विधानसभा का नया भवन राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है और लोकतंत्र के एक स्तंभ के रूप में खड़ा है। यहां लिए गए निर्णय आने वाले कई दशकों तक छत्तीसगढ़ के भाग्य को आकार देंगे।